पार्थ चटर्जी की मुश्किलें बढ़ीं, सीबीआई ने लगाई ऐसी अर्जी

23 जुलाई को ईडी ने तत्कालीन मंत्री पार्थ चटर्जी को उनके आवास से गिरफ्तार किया था। उसके बाद से लगभग दो महीने से वह हिरासत में ही हैं।

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शिक्षक नियुक्ति भ्रष्टाचार मामले में ईडी के हाथों गिरफ्तारी के बाद प्रेसिडेंसी सेंट्रल जेल में बंद राज्य के पूर्व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं। अब केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने उन्हें अपनी हिरासत में लेने की अर्जी लगाई है। गुरुवार को अलीपुर कोर्ट में यह अर्जी केंद्रीय एजेंसी की ओर से लगाई गई है। इसमें कहा गया है कि एसएससी शिक्षक नियुक्ति भ्रष्टाचार मामले की जांच में विभिन्न दस्तावेजों और साक्ष्यों के आधार पर पार्थ चटर्जी की संलिप्तता हर जगह मिली है। इसीलिए जांच के सिलसिले में उन्हें हिरासत में लेकर पूछताछ करने की जरूरत है।

केंद्रीय एजेंसी ने मांग की है कि 16 सितंबर को उन्हें प्रेसीडेंसी जेल से निकालकर अलीपुर कोर्ट में व्यक्तिगत रूप से पेश किया जाए। वहीं न्यायाधीश तय करेंगे कि पार्थ को सीबीआई हिरासत में भेजा जाएगा या नहीं।

23 जुलाई को किया गया था गिरफ्तार
गत 23 जुलाई को ईडी ने तत्कालीन मंत्री पार्थ चटर्जी को उनके आवास से गिरफ्तार किया था। उसके बाद से लगभग दो महीने से वह हिरासत में ही हैं। एक दिन पहले कोर्ट में पेशी के दौरान वह फूट-फूटकर रो पड़े थे और न्यायाधीश से जल्द से जल्द जमानत देने की अर्जी लगाई थी लेकिन कोर्ट ने उन्हें आगामी 28 सितंबर तक न्यायिक हिरासत में रखने का आदेश दिया है। अब जबकि सीबीआई ने उन्हें अपनी हिरासत में लेने की अर्जी लगाई है तो निश्चित तौर पर उनकी मुश्किलें और अधिक बढ़ने वाली हैं।

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