उत्तर प्रदेश में भारी बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त है। कई जिलों में स्थिति असामान्य हो गई है। लखनऊ और उन्नाव में कई मकानों की दीवारें ढह गईं। राजधानी लखनऊ के कैंट के दिलकुशा में दीवार गिरने से नौ लोगों की मौत हो गई। यह लोग सो रहे थे। मृतकों में तीन महिलाएं, तीन पुरुष और तीन बच्चे शामिल हैं। राहत और बचाव कार्य में मदद के लिए एनडीआरएफ को बुलाया गया है।
दो की हालत बेहद गंभीर है, जिन्हें नजदीक के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उन्हें देररात रेस्क्यू किया गया। डीएम और पुलिस के अधिकारियों ने घायलों का हालचाल जाना।
जिलाधिकारी सूर्यपाल गंगवार ने अस्पताल प्रशासन से बताया है कि मृतकों में मूल रूप से झांसी के पप्पू (50), उनकी पत्नी मानकुंवर देवी (45), बेटा प्रदीप (28), बहू रेशमा (25),, पौत्री नैना उर्फ भारती (01), धर्मेन्द्र (28) और उसकी पत्नी चंदा (25) के अलावा दो बच्चे है हैं। इनमें दो लोगों की हालत गंभीर बनी हुई है। उनका इलाज अस्पताल में चल रहा है।
रेस्क्यू कर घायलों को अस्पताल पहुंचाया
जिलाधिकारी के मुताबिक जांच में सामने आया है कि यहां पर कुछ मजदूर सीमेंट वाली ईंट को मिट्टी से जोड़कर दीवार बनाए थे। उसी के सहारे झोपड़ी बनाकर रह रहे थे। तीन दिन से रुक-रुककर हो रही बारिश से 15 सितंबर की आधीरात बाद तीन बजे दीवार ढह गई। हादसा आर्मी कैंट के पास हुआ। सेना के जवान मौके पर पहुंचे और सभी को रेस्क्यू कर घायलों को अस्पताल पहुंचाया।
आर्थिक सहयोग प्रदान
जिलाधिकारी ने बताया कि पीड़ित परिवारों मुख्यमंत्री राहत कोष से चार-चार लाख रुपये का आर्थिक सहयोग प्रदान किया जाएगा। घायलों के बेहतर इलाज के निर्देश अधिकारियों को दिए गए हैं।
लोगों के हताहत होने की सूचना
उन्नाव में भी दीवार गिरने से कई लोगों के हताहत होने की सूचना है। मगर इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है। वहां से विस्तृत विवरण की प्रतीक्षा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भारी बारिश से हुए हादसों पर शोक जताया है। उन्होंने जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षकों को मौके पर पहुंचकर राहत पहुंचाने के निर्देश दिए है। साथ ही साथ ही पीड़ित परिवारों को चार-चार लाख रुपये की सहायता देने की घोषणा की है।