मुंबई। कश्मीर में सक्रिय आतंकी अब नाटो की सेना द्वारा उपयोग किये जानेवाले वाले हथियारों से लैस हो रहे हैं। अब तक गिरफ्तार किये गये कई आतंकियों के पास से एम-4 स्नाइपर राइफल बरामद हुई है। इन हथियारों का पहला उपयोग अंतरराष्ट्रीय आतंकी मसूद अजहर के तीन रिस्तेदारों ने किया था। 2017 से 2020 के बीच सुरक्षा बलों के हत्थे चढ़े थे ये तीनों नॉटी (हरामखोर) आतंकी।
जैश-ए-मोहम्मद अब कश्मीर में अपने गुरिल्ला दल को भेज रहा है। सेना के ऑल आउट ऑपरेशन से कश्मीर में आतंकियों के हौसले पस्त हैं लेकिन पाकिस्तान में बैठे आतंकी आकाओं के मंसूबों को पूरा करने के लिए अब आतंकियों की गुरिल्ला फोर्स एम-4 स्लाइपर राइफल के साथ घुसपैठ कर रही है।
जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह के अनुसार राज्य में एम-4 राइफल के साथ करीब 6 आतंकी मौजूद हैं। जो सुरक्षा एजेंसियों के राडार पर हैं। जबकि एनआईए के सूत्रों के अनुसार राज्य में सक्रिय 10-15 जैश कमांडर के पास एम-4 स्नाइपर राइफल हैं।
सुरक्षा एक्सपर्ट के अनुसार 3 से 4 आतंकियों के दल को एक कमांडर लीड करता है। जून 2017 से 2020 के बीच करीब 60 जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी जम्मू-कश्मीर में घुसपैठ करके दाखिल हुए हैं। ये सभी सांबा और हीरानगर सेक्टर से 3 से 5 के दल में प्रवेश किये हैं ऐसा अनुमान है। प्रत्येक दल 3-4 आतंकियों का है जिनके पास एक-47 और एक एम-4 राइफल है।
Join Our WhatsApp Community