अमेरिका ने शंघाई सहयोग संगठन के शिखर सम्मेलन के दौरान उज्बेकिस्तान के समरकंद में भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की मुलाकात में भारतीय रुख का समर्थन किया है। शिखर सम्मेलन से अलहदा हुई इस मुलाकात में दोनों देशों के शीर्ष नेताओं के बीच यूक्रेन युद्ध समेत कई अहम मुद्दों पर चर्चा हुई। इस पर बाइडन प्रशासन ने बयान जारी किया है। अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने 20 सितंबर को कहा कि पुतिन के साथ प्रधानमंत्री मोदी की बातचीत कि ‘यह यूक्रेन में युद्ध का समय नहीं है।’ प्रधानमंत्री मोदी का यह सैद्धांतिक बयान था। इसे वह सही मानते हैं। अमेरिका भारत के इस बयान का स्वागत करता है।
उल्लेखनीय है कि शिखर सम्मेलन से इतर प्रधानमंत्री मोदी ने रूसी राष्ट्रपति से कहा था कि आज का युग युद्ध का नहीं है। शांति को लेकर मैंने इस बारे में आपसे फोन पर बात की थी। भारत और रूस कई दशकों से एक-दूसरे के साथ रहे हैं। अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार सुलिवन ने कहा कि मुझे लगता है कि प्रधानमंत्री मोदी ने जो कहा वह सही और न्यायपूर्ण है।
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रूस को स्पष्ट संदेश
उन्होंने कहा कि कोई भी अपने पड़ोसी के क्षेत्र को बलपूर्वक नहीं जीत सकता। यदि रूस अपना रवैया बदल ले तो यूक्रेन में शांति सबसे तेज और निर्णायक रूप से आएगी। सुलिवन ने कहा कि यह वक्त रूस को स्पष्ट और अचूक संदेश भेजने का है। हम चाहते हैं कि दुनिया का हर देश ऐसा करे।