मुंबई के धारावी इलाके में 22 सितंबर की रात शिवसेना और शिंदे समूह के बीच मारपीट हो गई। घटनास्थल पर मौजूद पुलिस ने तत्काल इस घटना पर काबू पा लिया और 3 शिवसेना कार्यकर्ताओं पर मामला दर्ज किया है।
शिंदे समूह के विधायक सदा सरवणकर ने 22 सितंबर की शाम को धारावी में कार्यकर्ताओं की बैठक बुलाई थी। यह बैठक देर रात 12 बजे तक चल रही थी। उसी समय शिवसैनिक घटनास्थल पर पहुंचे और शिंदे समूह के विरुद्ध नारेबाजी करने लगे। इससे स्थिति तनाव पूर्ण हो गई। शिंदे समूह ने इसका जोरदार विरोध किया। इस कारण दोनों गुटों में मारपीट होने लगी, हालांकि इस घटना में कोई गंभीर रुप से जख्मी नहीं हुआ। मौके पर पहले से ही मौजूद पुलिस ने तत्काल स्थिति को नियंत्रित कर लिया।
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तनाव निर्माण करने का प्रयास
धारावी पुलिस स्टेशन की टीम ने इस मामले में शिवसेना के तीन कार्यकर्ताओं के विरुद्ध मामला दर्ज किया है। शिंदे गुट के विधायक सदा सरवणकर के अनुसार शांतिपूर्वक तरीके से बैठक हो रही थी, इसी बीच शिवसेना के कार्यकर्ताओं ने आकर नारेबाजी शुरू कर दी। शिवसेना के विठ्ठल चव्हाण ने पत्रकारों को बताया कि बाहरी लोग धारावी में आकर तनाव निर्माण करने का प्रयास कर रहे हैं, इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
पिस्तौल जब्त
दरअसल प्रभादेवी इलाके में गणेश विसर्जन के बाद शिवसेना के दोनों ग्रुप आपस में भिड़ गए थे। उस समय विधायक सदा सरवणकर ने मौके पर फायरिंग भी की थी, जिससे पुलिस ने उनकी पिस्तौल जब्त कर ली थी। इसी वजह से पुलिस पहले से ही सतर्क थी, इसी वजह से यहां स्थिति बिगड़ नहीं सकी लेकिन धारावी में अभी भी तनाव व्याप्त है।