पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के खिलाफ एक तरफ राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) और ईडी की कार्रवाई जारी है। दूसरी ओर मध्यप्रदेश एंटी टेररिज्म स्क्वायड (एटीएस) भी एनआईए के साथ पूरे तालमेल से काम कर रही है। पीएफआई के पकड़े गए कार्यकर्ताओं से मिले इनपुट के आधार पर एटीएस ने 26 सितंबर की रात प्रदेश के 8 जिलों में छापे मारकर 22 संदिग्धों लोगों को हिरासत में लिया है। एटीएस की कार्रवाई अभी भी जारी है।
जानकारी के अनुसार मध्यप्रदेश एटीएस ने 26 सितंबर की रात भोपाल, उज्जैन, इंदौर समेत आठ जिलों में पीएफआई के ठिकानों पर छापेमारी की है। जांच एजेंसी ने 22 संदिग्धों को हिरासत में लिया है। एटीएस को इन संदिग्धों की जानकारी पूर्व में पकड़े गए चार आरोपितों से पूछताछ में मिली थी। एंटी टेररिज्म स्क्वायड की कार्रवाई अभी भी जारी है। उज्जैन से इस दौरान पीएफआई के तीन गुर्गों को उठाए जाने की खबर है।
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देश विरोधी कागजी और डिजिटल दस्तावेज बरामद
उल्लेखनीय है कि इससे पहले मप्र एटीएस ने एनआईए के इनपुट पर इंदौर, उज्जैन में छापेमारी कर इंदौर से पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के प्रदेश अध्यक्ष अब्दुल करीम, जनरल सेक्रेटरी अब्दुल खालिद, कोषाध्यक्ष मोहम्मद जावेद, प्रदेश सचिव जमील शेख को गिरफ्तार किया था। इनके पास से भारी मात्रा में तकनीकी उपकरण, देश विरोधी कागजी और डिजिटल दस्तावेज बरामद हुए हैं। इन दस्तावेज के मुताबिक पीएफआई का मकसद भारत में इस्लामिक शरिया कानून कायम करना है।