कानपुर में हुए हादसे के बाद राहत एवं बचाव कार्यों को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पल-पल की खबर यहां के जिला प्रशासन से ले रहे हैं। उन्होंने प्रदेश वासियों से अपील की है कि ट्रैक्टर-ट्रॉली का उपयोग सिर्फ कृषि कार्यों और माल ढुलाई के लिए ही करें। इससे सवारियों की ढुलाई कदापि न करें। जीवन अमूल्य है, कृपया लापरवाही न बरतें।
इससे पहले मुख्यमंत्री ने मृतकों के शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए दुर्घटना में घायल लोगों का समुचित उपचार कराने के निर्देश दिए। उन्होंने घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना भी की है। साथ ही उन्होंने जिलाधिकारी और पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों को घटनास्थल पर पहुंचकर राहत एवं बचाव कार्यों को युद्धस्तर पर कराने के निर्देश दिए थे ।
इसके अलावा उन्होंने एमएसएमई मंत्री राकेश सचान और विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री अजीत पाल को मौके पर जाकर राहत कार्यों में तेजी लाने के भी निर्देश दिए थे।
कानपुर आउटर क्षेत्र के साड़ थाना क्षेत्र में 1 अक्टूबर की रात सड़क हादसे में 26 लोगों की मौत हो गई। हादसे में 10 से अधिक लोग घायल हुए हैं। ग्रामीणों की मदद से पुलिस ने सभी को बाहर निकाला। सभी श्रद्धालु चंद्रिका देवी मंदिर से मुंडन संस्कार कराके वापस घर लौट रहे थे। मृतकों में 13 बच्चे और 13 महिलाएं शामिल हैं।
पानी के अंदर हुई अधिकांश लोगों की मौत
हादसे के बाद चीख पुकार मच गई। लोग ट्रॉली के नीचे आधे घंटे तक दबे रहे। अधिकतर लोगों की मौत पानी के ही अंदर हो गई। चश्मदीदों ने बताया कि वो लोग आराम से बैठकर आ रहे थे। तभी अचानक ट्रैक्टर ट्रॉली पलट गई। सभी लोग पानी से भरे गड्ढे में गिर गए। इनके साथ के तेज स्वरूप सिंह ने बताया कि सभी लोग घाटमपुर के कोरथा गांव के रहने वाले हैं। घायलों को भीतरगांव सीएचसी में भर्ती कराया गया। गंभीर घायलों को कानपुर के हैलट हॉस्पिटल रेफर किया गया है। देर रात सभी शवों का पोस्टमार्टम कराया गया। सभी को सुबह कोरथा गांव लाया गया है। एक साथ अंतिम संस्कार कराया जाएगा।