कांग्रेस के अध्यक्ष पद के चुनाव में उम्मीदवार मल्लिकार्जुन खड़गे ने 2 अक्टूबर को कहा कि उनकी उम्मीदवारी किसी के विरोध में नहीं है, बल्कि वे पार्टी को मजबूत करना चाहते हैं। खड़गे ने एक प्रेसवार्ता में कहा कि एक व्यक्ति, एक पद के सिद्धांत पर अमल करते हुए उन्होंने राज्यसभा में विपक्ष के नेता पद से इस्तीफा दे दिया है।
प्रेसवार्ता कांग्रेस नेता दीपेन्द्र हुड्डा, सैयद नासिर हुसैन और गौरव वल्लभ की ओर से आयोजित की गई थी। इनका कहना था कि वे अब मल्लिकार्जुन खड़गे के लिए प्रचार करेंगे। इसके चलते उन्होंने पार्टी का प्रवक्ता पद छोड़ दिया है।
इनमें है मुकाबला
उल्लेखनीय है कि कांग्रेस के अध्यक्ष पद के लिए चुनाव प्रक्रिया जारी है। 1 अक्टूबर को नामांकन पत्रों की जांच के बाद अब केवल शशि थरूर और मल्लिकार्जुन खड़गे ही चुनाव मैदान में हैं। थरूर का कहना है कि वे बदलाव के लिए उम्मीदवार बने हैं और मल्लिकार्जुन के अध्यक्ष बनने पर कांग्रेस में यथा स्थिति बनी रहेगी।
अपनी उम्मीदवारों के लिए कही ये बात
खड़गे ने प्रेसवार्ता में स्पष्ट किया कि उन्हें गांधी परिवार की ओर से उम्मीदवार नहीं बनाया गया है बल्कि अन्य नेताओं के कहने पर वे उम्मीदवार बने हैं। वहीं थरूर के कथन पर उन्होंने कहा कि पार्टी में किसी भी बदलाव को सामूहिक निर्णय के जरिए अपनाया जाएगा। इस दौरान उन्होंने केन्द्र सरकार पर हमला बोला और कहा कि देश में महंगाई, बेरोजगारी और गरीबी-अमीरी का अंतर बढ़ रहा है।
17 अक्टूबर को मतदान
कांग्रेस अध्यक्ष पद की उम्मीदवारी से 8 अक्टूबर तक नाम वापस लिए जा सकते हैं। अगर दोनों उम्मीदवार मैदान में बने रहे तो 17 अक्टूबर को मतदान होगा और 19 अक्टूबर को मतों की गिनती के बाद नतीजे घोषित किए जाएंगे।