जम्मू-कश्मीर के डीजीपी जेल हेमंत कुमार लोहिया की हत्या की जिम्मेदारी आतंकी संगठन ने ली है। अभी तक हत्या के शक की सुई नौकर पर घुमने के बाद अब इस बारे में नया खुलासा हुआ है। आतंकी संगठन पीपल्स एंटी फासिस्ट फ्रंट यानी पीएएफएफ ने इस कायराना हरकत की जिम्मेदारी ली है।
संगठन ने इस कायराना हरकत को अंजाम देने के पीछे केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के दौरे से पहले छोटा-सा उपहार बताया है। संगठन के प्रवक्ता अहमद राथर ने एक बयान जारी कर यह दावा किया है। यह संगठन हाल ही में कश्मीर घाटी में सक्रिय हुआ है और अपने अस्तित्व को दिखाने के लिए इस तरह की कायराना हरकत की है।
जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक( जेल) हेमंत लोहिया की हत्या से हड़कंप मच गया है। हत्यारे ने पहले उनका गला घोंटा, फिर बोतल से काटा और उसके बाद जलाने की कोशिश की। उनकी हत्या का शक घरेलू नौकर पर था। लेकिन अब आतंकी संगठन ने इस कायराना हरकत की जिम्मेदारी ली है।
जलाने का भी किया गया प्रयास
हत्यारे ने 57 वर्षीय लोहिया के शव को आग से जलाने का भी प्रयास किया गया। लोहिया को अगस्त 2022 में ही जम्मू-कश्मीर की जेल का महानिदेशक के पद पर पदोन्नत किया गया था। वे 1992 बैच के आईपीएस अधिकारी थे। शहर के बाहरी इलाके उदयवाला निवास में उनकी हत्या की जानकारी मिलने के बाद हड़कंप मच गया।
सबूत इकट्ठा कर रही है पुलिस
अधिकारी के अवास पर तैनात सुरक्षाकर्मियों ने लोहिया के कमरे में आग जलते देखी। उसके बाद अंदर से बंद दरवाजा को उन्होंने तोड़ दिया। लोहिया का शव अंदर पड़ा था। पुलिस ने कहा है कि घटनास्थल के हालात से पता चलता है कि उनकी हत्या की गई है।