शोपियां जिले के द्राच कीगम इलाके में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच 4 अक्टूबर की रात से जारी मुठभेड़ में 5 अक्टूबर की सुबह जैश-ए-मोहम्मद के तीन आतंकी मारे गए। फिलहाल इलाके में अन्य आतंकियों की मौजूदगी की आशंका के चलते सुरक्षाबलों का तलाशी अभियान जारी है।
पुलिस को इस इलाके में 4 अक्टूबर की रात आतंकियों के छिपे होने की सूचना मिली थी। इसके बाद पुलिस ने सेना और सीआरपीएफ के जवानों के साथ मिलकर तलाशी अभियान शुरू किया। तलाशी अभियान के दौरान आतंकियों ने सुरक्षाबलों को अपने पास आता देखा गोलीबारी शुरू कर दी, जिसके बाद मुठभेड़ शुरू हो गई। रात में अंधेरे का लाभ उठाकर आतंकी फरार न हो जाएं, इसके लिए सुरक्षाबलों ने पूरे इलाके की घेराबंदी कर रोशनी का विशेष प्रबंध भी किया।
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आतंकियों को मार गिराया
बताया जा रहा है कि रात भर रुक-रुक कर गोलीबारी जारी रही। 5 अक्टूबर की सुबह सुरक्षाबलों ने आतंकियों को आत्मसमर्पण करने का मौका दिया गया परंतु वह नहीं माने। इसके बाद सुरक्षाबलों ने तीन आतंकियों को मार गिराया।
पश्चिम बंगाल के एक मजदूर की हत्या में शामिल
एडीजीपी कश्मीर विजय कुमार ने तीन आतंकियों के मारे जाने की पुष्टि करते हुए कहा कि तीनों जैश-ए-मोहम्मद आतंकी संगठन से संबंधित थे। मारे गए आतंकियों में हनान बिन याकूब और जमशेद भी है। ये दोनों पुलवामा के पिंगलाना में एसपीओ जावेद डार और पुलवामा में पश्चिम बंगाल के एक मजदूर की हत्या में शामिल थे।