विश्व की सबसे बड़ी सोशल मीडिया कंपनी मेटा पर रूस ने गंभीर आरोप लगाते हुए इसे आतंकी संगठन घोषित कर दिया है। रूस की पुतिन सरकार ने मेटा को आतंकवादी और कट्टरपंथी संगठन घोषित किया है।
वर्ष 2022 की शुरुआत में यूक्रेन पर हमला करने के बाद रूस की सरकार ने मार्च में देश के नागरिकों के लिए फेसबुक, इंस्टाग्राम और ट्विटर जैसे सोशल मीडिया को ब्लॉक कर दिया था। अब मॉस्को के न्यायालय ने मार्क जुकरबर्ग की कंपनी मेटा को आतंकी गतिविधियों में शामिल होने का दावा किया था।
न्यायालय का आरोप
मॉस्को के न्यायालय ने कहा कि मेटा के प्लेटफॉर्म पर सोशल मीडिया यूजर्स को जो कंटेंट साझा करने की अनुमति दी जा रही है, वे रूसी लोगों के खिलाफ हिंसा भड़काने का काम कर रही हैं। रूस का आरोप है कि मेटा यूक्रेन के लोगों को भी भड़काने का काम कर रहा है।
मेटा का इनकार
हालांकि मेटा ने रूस के आरोपों से इनकार किया है। उसने न्यायालय से कहा कि उनकी कंपनी किसी भी तरह से आतंकी या कट्टर गतिविधियों का हिस्सा नहीं है। वकील ने कहा कि रूस के खिलाफ नफरत या आतंक फैलाने वालों का मेटा ने कभी भी समर्थन नहीं किया।
सोशल मीडिया पर नियंत्रण चाहता है रूस
कहा जा रहा है कि यूक्रेन से युद्ध शुरू होने के साथ ही रूस ने सोशल मीडिया पर नियंत्रण की कोशिश शुरू कर दी थी। इसका कारण यह था कि सोशल मीडिया पर यूक्रेन को बड़े पैमाने पर समर्थन मिल रहा था। इस कारण रूस ने इन प्लेटफॉर्म पर प्रतिबंध लगा दिया था। इसके बाद सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ने भी रूस सरकार के पोस्ट और मीडिया को ब्लॉक करना शुरू कर दिया था।