संयुक्त राष्ट्र महासभा में 12 अक्टूबर को यूक्रेन के चार इलाकों पर रूस के कब्जे का विरोध में निंदा प्रस्ताव पारित किया गया जिसके पक्ष में 143 सदस्य देशों ने मतदान किया। जबकि पांच देशों ने प्रस्ताव के विरोध में मतदान किया। भारत सहित 35 देशों ने मतदान में हिस्सा नहीं लिया और अनुपस्थित रहे।
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भारत तनाव कम करने का उद्देश्य
उल्लेखनीय है कि कुछ दिनों पूर्व संयुक्त राष्ट्र महासभा में रूस के खिलाफ एक और निंदा प्रस्ताव पर मतदान के समय भारत अनुपस्थित रहा था। संयुक्त राष्ट्र में भारत की स्थायी प्रतिनिधि रुचिरा कंबोज ने रूस-यूक्रेन संघर्ष के संदर्भ में यूएनजीए में कहा कि मतभेदों और विवादों को सुलझाने के लिए संवाद ही एकमात्र उपाय है चाहे वह कितना ही कठिन क्यों न हो। भारत तनाव कम करने के उद्देश्य किए गए सभी प्रयासों का समर्थन करने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि मतदान से दूर रहने का हमारा फैसला हमारी सुविचारित राष्ट्रीय स्थिति के अनुरूप है।