यूक्रेन में रूस समर्थित प्राधिकार ने 22 अक्टूबर को दक्षिणी शहर खेरसॉन के सभी निवासियों को संभावित यूक्रेनी आक्रमण को ध्यान में रखते हुए दूसरी जगह जाने का आदेश दिया है।
रूस के राष्ट्रपति कार्यालय क्रेमलिन समर्थित क्षेत्रीय शासन ने नागरिकों से नौका के जरिए नीपर नदी पार कर रूस के कब्जे वाले अंदरूनी क्षेत्रों में जाने की अपील की है। शासन ने इसके लिए कीव की गोलाबारी और हमलों के कथित खतरों का हवाला दिया है।
खेरसॉन फरवरी में रूसी आक्रमण किए जाने के बाद से रूस के नियंत्रण में है। यह शहर इसी नाम के क्षेत्र की राजधानी है। यह उन चार क्षेत्रों में शामिल है जिसे रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने पिछले महीने अवैध रूप से रूस में मिलाने के बाद मार्शल लॉ लगा दिया।
21 अक्टूबर को, यूक्रेनी सेना ने प्रांत में रूसी मोर्चे पर बमबारी की और वे इसकी राजधानी पर पूर्ण हमला करने के और करीब पहुंच गए। वे क्रेमलिन समर्थित सेना के पुन:आपूर्ति मार्गों को निशाना बना रहे हैं। क्षेत्र में युद्ध के दौरान नीपर नदी काफी महत्वपूर्ण हो गई है क्योंकि रसद एवं सैन्य साजो-सामान की आपूर्ति, सैनिकों और नागरिकों के आवागमन, दक्षिणी यूक्रेन को पेयजल उपलब्ध कराने और एक जलविद्युत संयंत्र से बिजली उत्पादन करने में इसका उपयोग किया जा रहा है।
खेरसॉन के क्रेमलिन समर्थित प्राधिकारों ने पूर्व में रूस द्वारा नियुक्त सभी अधिकारियों और करीब 60,000 नागरिकों को नदी के दूसरी ओर भेजने की योजना की घोषणा की थी। एक अधिकारी ने 22 अक्टूबर की को बताया कि करीब 25,000 लोगों ने नीपर नदी को पार किया है।
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इस बीच, यूक्रेन की वायुसेना ने 21 अक्टबर को एक बयान में कहा कि रूस ने महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचा को निशाना बना कर एक बड़ा मिसाइल हमला शुरू किया है। बयान में कहा गया है कि वायुसेना ने हवा और समुद्र से दागी गई 33 क्रूज मिसाइल में से 18 को मार गिराया है। कीव के मेयर विताली क्लिश्चको ने कहा कि राजधानी को निशाना बना कर दागी गई कई रॉकेट को 22 अक्टूबर की सुबह मार गिराया गया।
यूक्रेन के मध्य, पश्चिमी हिस्से में बिजली आपूर्ति बाधित
रूसी हमले के कारण यूक्रेन के मध्य और पश्चिमी हिस्सों में शनिवार को हजारों लोगों के दिन की शुरुआत बिजली कटौती की समस्या के साथ हुई। इसके अलावा, इन क्षेत्रों में शनिवार सुबह थोड़ी देर के अंतराल पर गोलीबारी की आवाजें सुनाई देती रहीं क्योंकि यूक्रेनी वायुसेना ने रूस की तरफ से दागी गई मिसाइलों और ड्रोन को मार गिराने का प्रयास किया। यूक्रेन पर रूसी हमले के करीब आठ महीने होने के बीच रूस ने यूक्रेन भर में बिजली स्टेशनों, जल आपूर्ति प्रणालियों और अन्य प्रमुख बुनियादी ढांचे पर हमले तेज कर दिए हैं।