शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) पार्टी के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे के औरंगाबाद दौरे को लेकर राजनीति गरमा गई है। राजस्व मंत्री राधाकृष्ण विखे पाटील और पूर्व विधान परिषद के नेता प्रतिपक्ष प्रवीण दरेकर ने उद्धव ठाकरे के इस दौरे को नौटंकी बताया है।
राधाकृष्ण विखे पाटील ने कहा कि जो व्यक्ति ढ़ाई साल तक अपने घर से बाहर नहीं निकला, सत्ता जाने के बाद अचानक दौरा करने लगा। विखे पाटील ने कहा कि राज्य सरकार भारी बारिश से प्रभावित किसानों के नुकसान का सर्वे करवा रही है, जल्द किसानों को मदद की जाएगी।
प्रवीण देरकर ने साधा निशाना
प्रवीण दरेकर ने कहा कि जब उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री थे, तब उन्होंने किसानों के लिए कितना काम किया। कभी मंत्रालय में न जाने वाले सत्ता जाने पर लोगों से मिलने के लिए मजबूर हो गए हैं। शिवसेना के अधिकांंश विधायकों के पार्टी से जाने के बाद अब उन्हें लग रहा है कि राजनीति में लोगों से मिलना जरूरी है। इसी वजह से वे मातोश्री बंगले से बाहर निकले हैं लेकिन राज्य सरकार खुद संवेदनशील है, किसानों को भरपूर मदद दी जाएगी।
विधानपरिषद के नेता प्रतिपक्ष अंबादास दानवे सरकार पर साधा निशाना
विधानपरिषद के नेता प्रतिपक्ष अंबादास दानवे ने कहा कि सरकार पूरी तरह से असंवेदनशील हो गई है। भारी बारिश से प्रभावित किसानों से मिलने तक संवेदना इस सरकार के मंत्रियों ने नहीं दिखाई। उद्धव ठाकरे खुद खेत में जाकर किसानों से चर्चा की, इससे उनके विरोधियों के पैरों तले जमीन खिंसकने लगी है। इसी वजह से सरकार में शामिल लोग उद्धव ठाकरे पर इस तरह गैरजिम्मेदाराना आरोप लगा रहे हैं। औरंगाबाद की जनता ने इस सरकार के विरोध में नाराजगी जताई है, इससे सत्तापक्ष के नेता परेशान है। दानवे ने राज्य सरकार से जल्द किसानों को मदद करने की मांग की है।