केंद्रीय गृह मंत्रालय ने कोयंबटूर में एक मंदिर के पास हुए हालिया विस्फोट की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को सौंप दी है। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने रविवार को विस्फोट मामले की जांच एनआईए द्वारा करने की सिफारिश की थी। इस विस्फोट में एक इंजीनियर की मौत हो गई थी।
पुलिस महानिदेशक ने की पुष्टि
तमिलनाडु के डीजीपी सी सिलेंद्र बाबू ने गुरुवार शाम को कहा कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने कोयंबटूर कार विस्फोट मामले को शहर की पुलिस से अपने हाथ में ले लिया है। पुलिस ने मामले में छह लोगों को गिरफ्तार किया था और पांच लोगों को पुलिस हिरासत में लिया था।
प्राथमिकी दर्ज
चेन्नई में एनआईए शाखा कार्यालय ने कार विस्फोट मामले में प्राथमिकी दर्ज की। डीजीपी ने एनआईए अधिकारियों से मुलाकात की। डीजीपी ने कहा कि राज्य पुलिस जांच में एनआईए अधिकारियों की मदद करेगी। तमिलनाडु सरकार का पक्ष है कि इसमें ‘अंतरराज्यीय’ और ‘अंतरराष्ट्रीय लिंक’ है।
ये है घटना
रविवार को कोयंबटूर में एक मंदिर के पास दो गैस सिलेंडर से भरी एक कार में विस्फोट हो गया। इसे एक 29 वर्षीय इंजीनियरिंग स्नातक जमशा मुबिन चला रहा था। विस्फोट में जलकर मरे जमशा मुबीन के घर से पोटेशियम नाइट्रेट और सल्फर जैसी विस्फोटक सामग्री बरामद होने के बाद विस्फोट के पीछे आतंकी साजिश साफ नजर आ रही थी। दीपावली से एक दिन पहले सांप्रदायिक रूप से संवेदनशील उक्कदाम इलाके में कोट्टई ईश्वरन मंदिर के सामने विस्फोट होने के कारण शहर में कड़ी सुरक्षा के बंदोबस्त किये गये थे।