पाकिस्तान में गैर मुस्लिम लोगों के साथ ज्यादतियों का सिलसिला बदस्तूर जारी है, विशेष कर हिंदू महिलाओं के साथ। हिंदू महिलाओं व लड़कियों के साथ जबरन विवाह और बदसलूकी आम बात हो गई है। ताजा मामले में सिंध प्रांत में 22 अक्टूबर को 10 साल की हिंदू बच्ची के साथ जबरन 80 वर्षीय बुजुर्ग के मुस्लिम के साथ शादी का मामला सामने आया है।
इस्लामी गुंडों ने किया अपहरण
जानकारी के मुताबिक जमींदार मुल्ला राशिद के गुंडों ने 10 वर्षीय बच्ची का अपहरण किया और उसे इस्लाम कुबूल करने के लिए बाध्य किया। इसके बाद 80 वर्षीय विधुर मुल्ला राशिद के साथ उसकी शादी करा दी गई। इसके पहले सिंध में ही एक अन्य घटना में विवाहित हिंदू महिला शांति मेघवार का चार हथियारबंद लोगों ने अपहरण कर लिया। महिला का जबरन मतांतरण कराया गया और मंजूर शेख नामक व्यक्ति से उसकी शादी कर दी। महिला की मां ने आरोप लगाया कि एसएचओ इरफान दस्तिकोल ने एफआईआर पंजीकृत नहीं की, क्योंकि वह 5,000 पाकिस्तानी रुपये रिश्वत नहीं दे सकी।
आपदा में दुष्कर्म की आफत
इसके अलावा हिंदुओं के साथ अन्य घटनाओं में सिंध के शिकारपुर जिले में बाढ़ से विस्थापित नौ वर्ष की एक बच्ची के साथ अज्ञात लोगों ने सामूहिक दुष्कर्म किया। दो लोगों ने मंगलवार को कराची के क्लिफ्टन इलाके में लड़की को कार में जबरन बिठा लिया और उसके साथ दुष्कर्म करने के बाद हजरत अब्दुल्ला शाह गाजी की मजार के पास छोड़ दिया। सिंध हाई कोर्ट ने बुधवार को इस घटना पर संज्ञान लेते हुए उपमहानिरीक्षक को 27 अक्टूबर को कोर्ट में पेश होने का आदेश दिया है।