उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने राष्ट्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स नीति के तहत महाराष्ट्र को इलेक्ट्रॉनिक विनिर्माण क्लस्टर को मंजूरी देने के लिए प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रति आभार व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि यह इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर पुणे जिले के रंजनगांव एमआईडीसी में स्थापित किया जाएगा, जिसके जरिए करीब 2000 करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा। इससे राज्य में रोजगार के अवसर सृजित होंगे।
देवेंद्र फडणवीस ने 31 अक्टूबर को पत्रकारों को बताया कि पुणे में इलेक्ट्रानिक्स क्लस्टर 297.11 एकड़ क्षेत्र में बनाया जाएगा, जिसके लिए बुनियादी ढांचे पर 492.85 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। इसमें से 207.98 करोड़ रुपये केंद्र सरकार महाराष्ट्र को देगी। इस क्लस्टर के जरिए 2000 करोड़ का निवेश आएगा और करीब 5000 नौकरियों का सृजन होगा। प्रौद्योगिकी और इलेक्ट्रॉनिक्स राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने नई दिल्ली में इसकी घोषणा की है। यह इलेक्ट्रॉनिक विनिर्माण क्लस्टर अगले 32 महीनों में साकार हो जाएगा।
उद्योग-धंधे के पलायन का आरोप झूठा
देवेंद्र फडणवीस ने बताया कि महाराष्ट्र से उद्योग धंधों के पलायन का झूठा आरोप विपक्ष लगा रहा है, जबकि यह सब तथ्यहीन है। उन्होंने कागज दिखाते हुए कहा कि जिन प्रोजेक्ट को महाराष्ट्र से बाहर जाने की चर्चा की जा रही है, उनके लिए पिछली सरकार ने किसी भी तरह का प्रयास नहीं किया था। महाराष्ट्र में रिफाइनरी प्रोजेक्ट को रोकने का भी प्रयास किया गया, लेकिन वे किसी भी तरह राज्य में रिफाइनरी प्रोजेक्ट लाएंगे। फडणवीस ने कहा कि प्रधानमंत्री महाराष्ट्र में निवेश के प्रति सकारात्मक हैं। इसी वजह से राज्य में सबसे अधिक निवेश आए हैं। आगामी दिनों में भी निवेश आएंगे और उनका प्रयास महाराष्ट्र को निवेश में नंबर वन बनाने का है।