प्रवर्तन निदेशालय ने उत्तर प्रदेश में विकास दुबे गैंग के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। ईडी ने गैंग से जुड़ी 28 संपत्तियां जब्त कर ली हैं। इन संपत्तियों की कीमत 10.12 करोड़ रुपए आंकी गई है। विकास दुबे ने ये संपत्ति अपने सगे-संबंधियों के नाम पर खरीदी थीं। ये संपत्तियां कानपुर और इसके आसपास के क्षेत्रों में स्थित हैं।
बता दें कि विकास दुबे अपनी पत्नी ऋचा दुबे, रिश्तेदारों और खजांची जयकांत वाजपेयी आदि के नामों पर कब्जा करता था। इससे पहले यूपी पुलिस प्रशासन भी विकास दुबे गैंग से संबंधित कई संपत्तियों को जब्त कर चुका है। इसी क्रम में 9 मई 2022 को विकास दुबे के सगे-संबंधियों की 23 संपत्तियों को जब्त किया गया था।
इस एक्ट के तहत की गई कार्रवाई
ईडी ने प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट-2002 के तहत मामला दर्ज कर विकास दुबे और उसके सहयोगियों की काली कमाई से जुटाई गई संपत्तियों की जांच-पड़ताल शुरू की थी। एजंसी ने जेल में बंद बिकरू कांड के आरोपियों के बयान दर्ज करने के साथ ही उनके बैंक के खातों की भी पड़ताल की थी। इस जांच में जानकारी मिली थी कि दुबे अपनी काली कमाई से अपने परिजनों और सहयोगियों के नाम पर संपत्तियों को खरीदता था। इस कार्रवाई में लखनऊ और कानपुर में 28 संपत्तियों को जब्त किया गया था। विकास दुबे संगठित अपराध, माफिया, भ्रष्टाचार और सार्वजनकि वितरण प्रणाली जैसे तमाम कामों में पैसे लगाता था।
ED has provisionally attached 28 immovable properties worth Rs 10.12 crores in the name of Vikas Dubey & his associates under PMLA, 2002: Enforcement Directorate pic.twitter.com/likods7bWa
— ANI (@ANI) November 2, 2022
कौन है विकास दुबे?
विकास दुबे बिकरू कांड का मुख्य आरोपी था। उसके घर पर छापेमारी करने गई 8 पुलिसकर्मियों को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस हमले में कई पुलिसकर्मी घायल भी हो गए थे। इस घटना के एक हफ्ते के अंदर विकास दुबे सहित उसके गैंग के पांच सदस्य मुठभेड़ में मार गिराए गए थे।