जबरन भिखारी बनाने वाले गैंग के सदस्य के खिलाफ कानपुर के नौबस्ता थाने में मुकदमा दर्ज कर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। गिरोह के खुलासे के लिए पुलिस आयुक्त ने एक टीम को दिल्ली रवाना कर दिया है।
पुलिस आयुक्त बी. पी. जोगदण्ड ने 4 नवंबर को बताया कि नौबस्ता के काली मठिया निवासी सुरेश मांझी पुत्र मुसाफिर माझी ने तहरीर देकर बताया है कि नौकरी दिलाने के बहाने विजय नामक व्यक्ति उसे पहले बन्धक बनाकर मारपीट की, इतना ही नहीं इस दौरान उसकी आंख की रोशनी भी चली गई। इसके बाद उसे कानपुर से दिल्ली जाने वाली ट्रेन में बिठाकर सत्तर हजार रुपये में दिल्ली शहर में सक्रिय गिरोह के हाथ बेच दिया। जहां भीख मंगवाने का काम कराया।मामला संज्ञान में आते ही तत्काल पीड़ित का मेडीकल परीक्षण कराया गया। जिसके बाद उसकी तहरीर के आधार पर नौबस्ता थाने में सुसगंत धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया। इसके साथ ही इस पूरे प्रकरण की जांच सहायक पुलिस आयुक्त गोविन्दनगर को सौंप दी गई है।
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गिरोह में सक्रिय सदस्य विजय की तलाश में एक टीम दिल्ली के लिए रवाना कर दी गई है। पीड़ित का उपचार कराया जा रहा है। इसके साथ ही शहर में सक्रिय इस तरह के संदिग्धों की तलाश की जा रही है।
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