राष्ट्रीय बाल आयोग अध्यक्ष का खुलासा: भीलवाड़ा में लापता हो गईं ‘इतनी’ लड़कियां

अध्यक्ष कानूनगो ने स्टाम्प पर बालिकाओं को बेचने के मामले की जांच के लिए नई रणनीति अपनाते हुए भीलवाड़ा से जहाजपुर क्षेत्र के ईटून्दा ग्राम पहुंचे।

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राष्ट्रीय बाल आयोग के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो की जांच में भीलवाड़ा जिले के दो ओर गांवों में 34 बालिकाएं लापता मिली है। जिनका पता लगाने के निर्देश अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को निर्देश दिए है। कानूनगो भीलवाड़ा जिले में स्टाम्प पर बालिकाओं को बेचने के मामले की जांच करने के लिए सोमवार को भीलवाड़ा पहुंचे है। उन्होंने जहाजपुर के गावों का दौरा कर जांच शुरू की है।

अध्यक्ष कानूनगो ने स्टाम्प पर बालिकाओं को बेचने के मामले की जांच के लिए नई रणनीति अपनाते हुए भीलवाड़ा से जहाजपुर क्षेत्र के ईटून्दा ग्राम पहुंचे। जहां उन्होंने स्कूल और आंगनबाड़ी का जायजा लिया और वहां का डाटा देखा। उन्होंने वहां स्कूल में कितनी बालिकाओं का नाम दर्ज है और वे कब से वहां नहीं आ रही है। जो बालिकाएं वहां नहीं आ रही थीं, उनमें से कई के मकानों पर कानूनगो पहुंचे, जहां उन्हें वे बालिकाएं नहीं मिली। जानकारी करने पर संतोषजनक जवाब नहीं मिला। ऐसे में इन बालिकाओं को मिसिंग मानकर इनका पता लगाने के निर्देश जहाजपुर एसडीएम और पुलिस अधिकारियों को दिया है। इसी तरह की कार्रवाई उन्होंने धौड़ ग्राम में भी की। इन दोनों ग्राम में 34 बालिकाएं नहीं मिली हैं। जिन्हें ढूंढकर पता लगाने को कहा गया है।

गंभीर है मामला
कानूनगो के साथ पहुंचे राज्य बाल आयोग के पूर्व सदस्य शैलेन्द्र पाण्डे ने बताया कि कानूनगो ने इस मामले को गंभीरता से लिया है और इन दोनों के गांवों के बाद अब पण्डेर में जानकारी जुटायी जा रही है। जहां स्टाम्प पर बेची गई बालिकाओं के बारे में जांच पड़ताल करेंगे।

यह है मामला
उल्लेखनीय है कि पण्डेर में बालिकाओं को बेचे जाने की बात सामने आई थी। वह मामला जांच पड़ताल में 2019 का निकला था और जिला कलक्टर आशीष मोदी व पुलिस अधीक्षक आदर्श सिधू ने संयुक्त रूप से प्रेस कांफ्रेस कर खुलासा किया था कि इस मामले में पहले ही 25 आरोपितों की गिरफ्तारी हो चुकी है। यह मामला नया नहीं है। हाल ही में मांडलगढ़ क्षेत्र में स्टाम्प पर युवतियों के बेचने की भी शिकायत मिली थे लेकिन जांच पड़ताल में युवतियों ने खुद ही पुलिस के सामने उपस्थित होकर साफ किया है कि उन्हें किसी ने नहीं बेचा है। पुलिस विभाग ने इस संबंध में दो दिन पहले एक प्रेस नोट जारी कर इस बात का खुलासा किया था कि तीन में से दो महिलाओं से पूछताछ हो चुकी है और ऐसा कोई साक्ष्य नहीं मिला। जिसमें उन्हें बेचे जाने की जानकारी हो। जबकि एक महिला दूरस्थ प्रदेश में होने से यहां नहीं पहुंच पाई। लेकिन उसने भी यहां जल्द ही आने की बात कही है। दूसरी ओर कानूनगो आज प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने के बाद सायं जिला अधिकारियों से इस संबंध में चर्चा करेंगे।

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