रामनगरी को विश्वस्तरीय पर्यटन नगरी बनाने का प्रयास योगी सरकार कर रही है। श्रीराम के भव्य मंदिर निर्माण के साथ ही रामनगरी को दिव्य-भव्य बनाने में जुटी हुई है। दीपोत्सव पर जगमगाते दीपों की तरह राम नगरी के मठ-मंदिर भी फसाड लाइटों से जगमग होंगे। आस्था के प्रतीक मंदिरों का विकास भी योगी सरकार के केंद्र बिंदु में है, इसलिए अयोध्या के मंदिरों को भी फसाद लाइटों से सजाया जा रहा है।
कई मंदिरों में किया जा रहा काम
पर्यटन विभाग की योजना के अनुसार अयोध्या के प्रमुख मठ-मंदिरों में फसाड लाइट का कार्य लगभग पूरा हो चुका है। कार्यदायी संस्था राजकीय निर्माण निगम है। 356.09 लाख रुपये से यह काम कराया जा रहा है। मंदिरों को सुसज्जित करने का जिम्मा पर्यटन विभाग पर है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर आलाधिकारी योजनाओं पर तेजी से काम कर रहे हैं।
पहले फेज में पोलों पर लगीं लाइटें
पहले फेज में उदया चौराहा से सरयू तट तक के सैकड़ों पोल पर फसाड लाइटें लगाई जा चुकी हैं, गलियों में भी मंदिरों के आस-पास यह काम हो चुका है। हनुमानगढ़ी, कनक भवन, दशरथ महल, दिगंबर अखाड़ा, छोटी देवकाली समेत अयोध्या के छह प्रमुख मंदिरों में फसाड लाइट की सजावट का काम पूरा हो चुका है।
मठ मंदिरों में लगाई जा रही हैं फसाड लाइटें
अयोध्या के क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी आरपी यादव ने बताया कि मठ मंदिरों में फसाड लाइटें लगाई जा रही हैं। हनुमानगढ़ी, दशरथ महल, कनक भवन, जानकी मान्दिर , दिगंबर अखाड़ा, मंदिर में फसाड लाइट का काम पूरा हो चुका है। राजद्वार मंदिर का कार्य चल रहा है। जुलाई 2021 से शुरू हुये काम को इस माह पूरा करने का लक्ष्य है।