पुणे की येरवडा केंद्रीय जेल में 9 नवंबर को हुई एक झड़प के दौरान एक कैदी ने दूसरे पर पत्थर से हमला कर दिया। बताया जा रहा है कि पथराव रोकने की कोशिश करने पर जेल पुलिस के सिपाही को भी पीटा गया।
पुणे में अस्पताल सेपरेट 7 के पास येरवडा जेल के बैरक नंबर 27 से 31 के पास पथराव की आंधी आई है। इससे येरवडा जेल में सुरक्षा व्यवस्था खतरे में है। येरवडा जेल में पुराने कैदी और नए कैदी आमने-सामने आ जाते हैं। दोनों गुटों ने एक दूसरे पर पथराव किया। इस दौरान दो गुटों के बंदियों के बीच चल रहे विरोध प्रदर्शन में बीच-बचाव कर रहे सिपाही को भी बंदियों की भीड़ ने पीटा। इस मामले में येरवडा थाने में मामला दर्ज किया गया है।
यह भी पढ़ें – फेसबुक, इंस्टाग्राम और वॉट्सएप में छंटनी पर मिलेगा 4 महीने का वेतन!
विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज
इस जेल में येरवडा जेल की क्षमता से बाहर हजारों कैदी बंद हैं। इसलिए एक बार फिर यह बात सामने आई है कि जेल प्रशासन को भी इस पर काबू पाना मुश्किल हो रहा है। जेल में पथराव के मामले में न्यायिक कैदी समीर शकील शेख, कैदी नीलेश श्रीकांत गायकवाड़, कैदी पुरुषोत्तम राजेंद्र वीर और कैदी देवा साहब जाधव के खिलाफ येरवडा पुलिस में विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया ह।