ईरान में हिंसा व आगजनी की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। दो शहरों में हुई गोलीबारी की घटनाओं में 7 लोगों की मौत हो गयी। मृतकों में दो महिलाएं व दो सुरक्षाकर्मी शामिल हैं। कुछ सुरक्षाकर्मियों सहित दस लोग घायल भी हुए हैं। ईरान में हिजाब विरोधी प्रदर्शनकारियों ने एक मदरसे में आग भी लगा दी।
ईरान में हिजाब विरोधी आंदोलनों के तेज होने के साथ हिंसा की घटनाएं भी बढ़ रही हैं। ईरान के दक्षिण पश्चिमी प्रांत खुजेस्तान शहर ईजेह में कुछ बंदूकधारियों ने एक बाजार में गोलियां बरसा दीं। अचानक हुई गोलीबारी से वहां भगदड़ मच गयी। मौके पर ही पांच लोगों की मौत हो गयी। यहां दस लोग घायल हो गए, जिसमें कुछ सुरक्षाकर्मी भी शामिल हैं।
खुज़ेस्तान प्रांत के डिप्टी गवर्नर वलीओल्लाह हयाती ने बताया कि ईज़ेह में मारे गए लोगों में दो महिलाएं भी शामिल हैं। इसी तरह ईरान के एक अन्य शहर इस्फहान में भी जोरदार गोलीबारी हुई। गोलीबारी में ईरानी अर्धसैनिक बल बसिज से जुड़े दो सुरक्षाकर्मियों की मौत हो गयी। सुरक्षा कर्मियों की मौत के बाद वहां तनाव बना हुआ है।
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इतने लोगों को किया गिरफ्तार
इस बीच हिजाब विरोधी प्रदर्शन भी लगातार तेज हो रहे हैं। पुलिस हिरासत में बीते 17 सितंबर को 22 वर्षीय छात्रा महसा अमिनी की मौत होने के बाद से ईरान में लगातार विरोध-प्रदर्शन जारी है। देश में पिछले दो महीने से जारी प्रदर्शनों में कम से कम 344 लोगों की जान गई है, जबकि 15,820 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
हिजाब विरोधी प्रदर्शन को रोकने के लिए ईरानी बलों की ओर से की जा रही कार्रवाई पर भी सवाल उठ रहे हैं। इस आंदोलन का नेतृत्व लड़कियां कर रही हैं। प्रदर्शनकारियों का समूह देशभर में जगह-जगह एकत्र होकर सरकार विरोधी नारे लगा रहा है। इन लोगों ने ईजेह में भी कई जगह पुलिस पर पथराव किया। पुलिस ने उन्हें तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे। इस दौरान एक मदरसे में आग भी लगा दी गयी। कई अन्य स्थानों पर आगजनी की घटनाएं सामने आ रही हैं।
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