भारत की अंतरिक्ष सफलता में एक और इतिहास जुड़ गया है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने 18 नवंबर को पहला निजी रॉकेट श्रीहरिकोटा से लांच किया है। इस निजी रॉकेट विक्रम-एस को सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से अंतरिक्ष में प्रक्षेपित किया गया। यह रॉकेट 100 किलोमीटर की ऊंचाई तक जाएगा।
भारत ने 18 नवंबर को अंतरिक्ष में एक और बड़ी उपलब्धि हासिल की है। इसरो ने भारत का पहला निजी रॉकेट विक्रम- एस सब ऑर्बिटल रॉकेट श्रीहरिकोटा से लांच किया। इस रॉकेट को स्काई रूट एयरोस्पेस प्राइवेट लिमिटेड (एसएपीएल) नामक एक निजी कंपनी ने बनाया है। यह लगभग 545 किलोग्राम वजन वाला सिंगल-स्टेज स्पिन-स्टेबलाइज्ड सॉलिड प्रोपेलेंट रॉकेट है, जो उड़ान भरने के बाद करीब 100 किलोमीटर तक ऊपर जाएगा और फिर समुद्र में गिर जाएगा.
… तो दुनिया के अग्रणी देशों में शामिल हो जाएगा भारत
बता दें कि विक्रम-एस ने सब ऑर्बिटल में उड़ान भरी है। अगर यह मिशन सफल हो जाता है तो भारत निजी अंतरिक्ष रॉकेट प्रक्षेपण के क्षेत्र में दुनिया के अग्रणी देशों में शामिल हो जाएगा। इस अभियान में तीन पेलोड हैं, दो घरेलू और एक विदेशी ग्राहक। खास बात यह भी है कि विक्रम एस रॉकेट अपने साथ तीन पेलोड्स भी ले जाएगा, जिसमें एक विदेशी है। विक्रम-एस रॉकेट भारत के निजी अंतरिक्ष क्षेत्र में एक नए युग की शुरुआत करेगा।