राहुल गांधी के विरोध में ‘बालासाहेब की शिवसेना’ का जोरदार प्रदर्शन, पड़े जूते

स्वातंत्र्यवीर सावरकर पर अपमानजनक टिप्पणी को लेकर देश में तीव्र प्रतिक्रिया उमट रही है। सामान्य जनों में प्रचार लोलुप राहुल गांधी की टिप्पणी से रोष है।

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वीर सावरकर के अवमान से आक्रोषित बालासाहेब की शिवसेना का प्रदर्शन राज्य स्तर पर चल रहा है। शनिवार को स्वातंत्र्यवीर सावरकर मार्ग पर सांसद राहुल शेवाले, मंत्री दीपक केसरकर और विधायक सदा सरवणकर के नेतृत्व में आंदोलन किया गया। इसमें कार्यकर्ताओं ने राहुल गांधी की फोटो पर जूते से पिटाई की।

राहुल गांधी के बयान के बाद से वीर सावरकर पर आस्था रखनेवाले और राष्ट्रनिष्ठ आक्रोष में हैं। राज्य भर में बयान के बाद से ही विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। बालासाहेब की शिवसेना ने सड़कों पर उतरकर जूते मारो आंदोलन, प्रदर्शन और नारे लगाकर प्रदर्शन किया। स्वातंत्र्यवीर सावरकर राष्ट्रीय स्मारक के समक्ष भी एक आंदोलन किया गया। जिसमें बड़ी संख्या में लोग सहभागी हुए।

मीडिया के सामने भारत रत्न नहीं मिलता
स्वातंत्र्यवीर सावरकर हमेशा से ही बालासाहेब ठाकरे के आदरणीय थे। इसीलिए जब कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ने टिप्पणी की थी, उस समय छत्रपति शिवाजी महाराज उद्यान में जूते मारो आंदोलन किया था। उन आदेशों से प्रेरित होकर बालासाहेब की शिवसेना ने स्वातंत्र्यवीर सावरकर का अपमान करनेवाले राहुल गांधी के विरोध में जूते मारो आंदोलन किया है। बालासाहेब के जो विचार हैं, उसके अनुसार उद्धव ठाकरे को कार्य करना चाहिये, लेकिन वे काम नहीं कर रहे हैं। अंदमान में स्वातंत्र्यवीर सावरकर की पंक्तियों को पुनर्स्थापित करने के आंदोलन के बारे में संजय राऊत ने कहा कि वे थे, मैं भी उस आंदोलन में था, अमित शाह जी थे। मुझे अभिमान है कि मैं शिवसेनाप्रमुख बालासाहेब ठाकरे की इच्छा को पूर्ण कर पाया। वीर सावरकर को भारत रत्न मिले, इसके लिए संसद में मैं ही प्रस्ताव लाया था। मीडिया के सामने भारत रत्न मांगने पर नहीं मिलता, उसके लिए एक प्रक्रिया है, उसे पूरा न करके मात्र मीडिया के समक्ष मांग करना यह दोगलापन है।
राहुल शेवाले, सांसद – बालासाहेबांची शिवसेना

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शिवसेना के तथाकथित वारिसों की वह ताकत नहीं दिखती
राहुल गांधी जिस प्रकार से स्वातंत्र्यवीर सावरकर का अपमान कर रहे हैं, उसका हमने विरोध किया ही है। परंतु, जनता का आक्रोश उनके कानों तक पड़े इसके लिए बालासाहेबांची शिवसेना के हमारे सांसद राहुल शेवाले के नेतृत्व में यहां आंदोलन किया गया है। मणिशंकर अय्यर ने जब स्वातंत्र्यवीर सावरकर के विषय में बयान दिया था उस समय बालासाहेब के आदेश पर जूते मारो आंदोलन इसी स्थान पर किया गया था। उस समय विधायक सदा सरवणकर और सांसद राहुल शेवाले वहां उपस्थित थे, आज के आंदोलन में भी वे उपस्थित हैं। लेकिन मुझे अपने आपको तथाकथित वारिस कहनेवालों का गुट नहीं दिख रहा है। उद्धव साहब कहते हैं कि, हमारा समर्थन नहीं है। लेकिन जब आपके आदरणीय का अपमान कोई करता है तो उसका विरोध करना पड़ता है और माफी मांगने पर मजबूर करना पड़ता है। लेकिन ऐसा न करते हुए मात्र समर्थन नहीं है, ऐसा कहकर वे राजनीतिक गठबंधन को अधिक महत्व दे रहे हैं। यह एकदम गलत है। वे राजनीतिक स्वार्थ के लिए जा रहे हैं, यह उनका व्यक्तिगत निर्णय है। पहले भी जब उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री थे, उस समय कांग्रेस के मुखपत्र शिदोरी में वीर सावरकर के विरुद्ध अश्लील लेखन किया गया था। उस समय मैं शिकायत लेकर उद्धव ठाकरे के पास गया था। लेकिन उन्होंने मिलने से इन्कार कर दिया। उनके कार्यालय में जो पत्र दिया था, उसका अब तक कोई उत्तर नहीं मिला।
रणजीत सावरकर, कार्याध्यक्ष – स्वातंत्र्यवीर सावरकर राष्ट्रीय स्मारक  

वीर सावरकर मार्ग पर स्थित स्वातंत्र्यवीर सावरकर राष्ट्रीय स्मारक के समक्ष स्थानीय सांसद राहुल शेवाले के नेतृत्व में एक आंदोलन हुआ। जिसमें महाराष्ट्र के कैबिनेट मंत्री दीपक केसरकर, विधायक सदा सरवणकर, शीतल म्हात्रे, यामिनी जाधव समेत बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया। इस प्रदर्शन में एक स्वर में राहुल गांधी का प्रबल विरोध दर्शाया गया।

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