घायल मोहम्मद शारिक ही बेंगलुरू धमाके का मुख्य आरोपी, इस्लामिक स्टेट से है संबद्ध! पढ़ें आतंकी इतिहास

बेंगलुरू एक आतंकी षड्यंत्र से बच गया है। इसमें अंतरराष्ट्रीय आतंकी संगठनों की मिलिभगत से इन्कार नहीं किया जा सकता है।

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वीर सावरकर के समर्थकों पर धारदार हथियार से हमला करनेवाला मोहम्मद शारिक ही बेंगलुरू धमाके का प्रमुख आरोपी है। शनिवार को घटी इस घटना में मोहम्मद समेत दो लोग जल गए थे। पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार मोहम्मद शारिक का संबंध इस्लामिक स्टेट से है।

बेंगलुरू में शनिवार को एक कम क्षमतावाला धमाका हुआ था। प्रारंभिक जांच में इसके कुकर बम होने की बात सामने आई है। इस विस्फोट में मोहम्मद शारिक प्रमुख आरोप है, वही कुकर बम लेकर जा रहा था, लेकिन इसके पहले की वह षड्यंत्र वाले स्थान पर पहुंच पाता, कुकर बम फट गया। जिसमें मोहम्मद शारिक समेत दो लोग जल गए। शारिक कर्नाटक के शिवमोगा जिले के थिर्थाहल्ली का रहनेवाला है। उसका संबंध इस्लामिक स्टेट से है।

शारिक पर दर्ज हैं गंभीर प्रकरण
मोहम्मद शारिक कर्नाटक के अति कट्टरवादी आतंकियों में गिना जाता है। जिस पर कभी गंभीर प्रकरण दर्ज हैं।

  • स्वतंत्रता दिवस पर स्वातंत्र्यवीर सावरकर की फोटो लिये हुए लोगों पर धारदार हथियार से किया हमला
  • 21 जनवरी, 2021 को शिवमोगा में हुए श्रृंखलाबद्ध धमाकों में मुख्य आरोपी है मोहम्मद शारिक, जिसे जमानत मिली हुई है।
  • वर्ष 2020 में मुंबई हमलों की 12वीं बरसी पर मेंगलुरू में दीवारों पर लश्कर ए तोयबा और तालिबान के समर्थन में दीवारें रंगी (ग्राफिट्टी) गई थीं। इस घटना में शारिक आरोपी है।

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दहलने से बच गया बेंगलुरू
शनिवार को रिक्शा में धमाका होने की सूचना पुलिस नियंत्रण कक्ष को मिली थी। इसमें रिक्शा चालक समेत दो लोगों के घायल होने की सूचना मिली थी। जिसमें एक इस घटना का आरोपी मोहम्मद शारिक और दूसरा व्यक्ति रिक्शा चालक था। विस्फोट कुकर में हुआ था। कर्नाटक के पुलिस महानिदेशक प्रवीण सूद ने यह अपने ट्वीटर हैंडल पर लिखा है कि, यह विस्फोट आतंकी षडय्ंत्र है।

पुलिस सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार कुकर बम को मोहम्मद शारिक कहीं रखने जा रहा था, लेकिन बीच में विस्फोट हो गया। इस घटना से शहर में एक आतंकी षडय्ंत्र निस्फल हो गया। पुलिस की ओर से बताया गया है कि, इस षड्यंत्र में रिक्शा चालक की कोई भूमिका नहीं है। जबकि विस्फोट के स्थान से मिले हिंदू रेलवे कर्मी के आधार कार्ड की जांच की गई, जिसे रेलवे कर्मी ने किराये का मकान लेने के लिए दिया था। रेलवे कर्मचारी का विस्फोट से कोई सरोकार नहीं है।

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