पुणे जिले के पुणे-बंगलुरु हाईवे पर नवले ब्रिज पर साढ़े तीन किलोमीटर की दूरी में वर्ष 2014 से अब तक 185 हादसे हो चुके हैं। इन हादसों में 66 लोगों की मौत हुई है और 145 लोग घायल हुए हैं। यह जानकारी पुणे ट्रैफिक विभाग से मिली है। हालांकि 20 नवंबर की रात से 21 नवंबर की सुबह तक इस पुल पर तीन हादसे में 24 वाहनों की टक्कर हुई। इन तीनों हादसों में एक दुपहिया चालक की मौत हो गई, 13 घायल हो गए। घायलों का इलाज पुणे जिला अस्पताल में हो रहा है। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने इन हादसों को गंभीरता से लिया है और इन हादसों का उच्चस्तरीय जांच का आदेश जारी किया है।
ड्राइवर फरार
पुणे ट्रैफिक विभाग के पुलिस उपायुक्त सुहैल शर्मा ने बताया कि इन तीनों हादसों के लिए जिम्मेदार कंटेनर चालक पर मामला दर्ज कर लिया गया है। कंटेनर चालक मूल रुप से उत्तर प्रदेश का निवासी है, उसकी सरगर्मी से तलाश की जा रही है। सुहैल शर्मा के अनुसार कंटेनर का ब्रेक फेल हो गया था, इसी वजह से कंटेनर अन्य वाहनों से टकरा गया था। साथ कंटेनर में तेल भरा था, वाहनों से टकराने के बाद कंटेनर में भरा तेल पुल पर गिर गया था। इससे पुल पर और सड़क पर फिसलन हो गई थी। इसी वजह से मौके पर दो और हादसे हुए थे।
नवले ब्रिज पर 2014 से अब तक साढ़े तीन किलोमीटर की दूरी में 185 गंभीर दुर्घटनाएं
सूत्रों के अनुसार पुणे में नवले ब्रिज पर 2014 से अब तक साढ़े तीन किलोमीटर की दूरी में 185 गंभीर दुर्घटनाएं हो चुकी हैं और इन हादसों में 66 लोगों की मौत हो चुकी है। बताया जा रहा है कि हाईवे का गलत डिजाइन इस हादसे का मुख्य कारण है। इस संबंध में अब तक स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने कई बार संबंधित विभाग में पत्राचार किया है लेकिन कार्रवाई नहीं की गई। हालांकि मुख्यमंत्री के आदेश के बाद जांच रिपोर्ट में पुल और हाईवे के गलत डिजाइन का मुद्दा फिर से सामने आने वाला है।