प्रवर्तन निदेशालय ने मुंबई के प्रमुख बिल्डरों में से एक ओमकार ग्रुप के 10 परिसरों पर छापेमारी की है। समूह पर आरोप है कि उसने स्लम रिहेबिलिटेशन अथॉरिटी (एसआरए) योजनाओं के तहत दी गई विभिन्न मंजूरी का दुरुपयोग किया। इसके साथ ही ग्रुप पर बड़े पैमाने पर मनी लॉन्ड्रिंग का भी आरोप है।
यस बैंक के 450 करोड़ रुपये की मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप
सूत्रों ने बताया कि समूह ने यस बैंक से लोन के माध्यम से लिए गए 450 करोड़ रुपये की राशि भी निकाल ली और मनी लॉन्ड्रिंग के जरिए उसका दुरुपयोग किया। इस मामले में बाबूलाल वर्मा और कमल किशोर गुप्ता को नामजद किया गया है। मिली जानकारी के अनुसार सात आवासीय और तीन वाणिज्यिक भवनों में छापे मारे गए हैं।
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गिरफ्तारी की खबर नहीं
ईडी के एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया, ‘ईडी ने ओमकार ग्रुप के सात आवासीय और तीन वाणिज्यिक भवनों पर छापा मारा है। फिलहाल इस छापेमारी में बरामद दस्तावेजों की जांच की जा रही है। जिन ठिकानों पर छापेमाारी की गई है, वे वर्मा और गुप्ता ग्रुप के हैं।’ फिलहाल इस मामले में किसी की गिरफ्तारी की जानकारी नहीं है।