महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे के मुख्यमंत्री बनने के बाद राज्य में सत्ता संघर्ष खत्म हो गया है। इसके बाद राज्य की राजनीति में घटनाक्रम ने रफ्तार पकड़ ली है। चर्चा चल रही है कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे एक बार फिर गुवाहाटी जाएंगे। उस चर्चा पर विराम लग गया है। अब मुख्यमंत्री शिंदे के समर्थक 50 विधायकों और 13 सांसदों के साथ 26 और 27 नवंबर को कामाख्या देवी के दर्शन करने गुवाहाटी जाएंगे। विधायक प्रताप सरनाईक ने बताया कि शिवसेना में बगावत के बाद शिंदे ने कामाख्या देवी से मन्नत मानी और उस मन्नत को पूरा करने के लिए इस दौरे की योजना है।
यात्रा के दौरान मख्यमंत्री शिंदे असम के उन लोगों से भी मिलने वाले हैं, जिन्होंने जून के महीने में महाराष्ट्र में राजनीतिक घटनाक्रम के दौरान उ की मदद की थी। इस यात्रा के दौरान एकनाथ शिंदे असम के मुख्यमंत्री, राज्यपाल और पुलिस आयुक्त से भी मुलाकात करेंगे।
कैसी होगी प्लानिंग?
प्रताप सरनाईक ने बताया कि गुवाहाटी दौरे के दौरान शिंदे द्वारा कामाख्या देवी के मंदिर में विशेष पूजा की योजना है। शिंदे के इस दौरे को लेकर सवाल पूछा जा रहा है कि यह दौरा विधायकों को एक साथ रखने या फिर कैबिनेट विस्तार को मंजूरी देने के लिए है।
मनोकामना पूरी होने की मन्नत
सरनाईक ने आगे कहा कि मुख्यमंत्री देवी के दर्शन के लिए जाएंगे क्योंकि उनकी मनोकामना पूरी हो गई है। एकनाथ शिंदे अपने समर्थकों के साथ 24 और 28 जून को दो बार कामाख्या देवी के दर्शन के लिए गुवाहाटी गए थे। उन्होंने प्रण लिया था कि अगर वे प्रदेश की सत्ता में आएंगे तो एक बार फिर देवी के दर्शन के लिए गुवाहाटी जाएंगे।