मेहसाणा में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 23 नवंबर को मेहसाणा में आयोजित विजय संकल्प सम्मेलन में कांग्रेस पर जमकर प्रहार किया। उन्होंने पिछले 20 साल में भाजपा शासन में की गई प्रगति और विकास का हिसाब जनता को दिया। मोदी ने कांग्रेस मॉडल की चर्चा कर बताया कि कांग्रेस के शासन के दौरान भाई-भतीजावाद, वंशवाद, अरबों-खरबों का भ्रष्टाचार, जातिवाद, सम्प्रदायवाद, वोट बैंक पॉलिटिक्स, सत्ता में टिके रहने के लिए लोगों को लड़ाने की राजनीति का बोलबाला था। कांग्रेस ने लोगों को पिछड़ा रखा, जिससे गरीबों को हमेशा के लिए हाथ पसारना पड़े। मोदी ने कहा कि कांग्रेस के इस मॉडल ने गुजरात और देश को तबाह किया, जिसके कारण देश को फिर से बनाने में बहुत संघर्ष करना पड़ा।
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण में युवाओं को खास आकर्षित करने की कोशिश की। उन्होंने युवाओं से कहा कि उन्हें 20 साल पहले के गुजरात के हालात के बारे में पता नहीं है। 20 वर्ष में पूरी पीढ़ी नई आ चुकी है। आज के युवा विकास से हुए बदलाव का प्रभाव देख रहे हैं, इन्होंने अभाव नहीं देखा। प्राकृतिक प्रकोपों और परेशानियों के बीच गुजरात को आगे बढ़ाया गया है। इनके लिए दिन-रात कठिन मजदूरी की है।
कन्या भ्रूण हत्या रोकने पर दी बधाई
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि उंझा उमियाधाम में उन्होंने वहां के अग्रणियों से कन्या भ्रूण हत्या रोकने को लेकर साफ शब्दों में समझाया था। इसका असर हुआ। इससे यह सामाजिक बुराई रुकी और कन्या-बालक अनुपात में सुधार आया। उन्होंने कहा कि सरकार ने इसके बाद कन्या सशक्तिकरण और पोषण पर बल दिया, जिससे बदलाव आया। युवाओं के भविष्य की चर्चा करते हुए मोदी ने कहा कि 20 साल में शिक्षा में काफी सुधार हुआ और सैनिक स्कूल भी इस क्षेत्र में बनाने की पहल की गई है।
मेहसाणा में विश्व का बाजार कब्जा करने की ताकत
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि मेहसाणा समेत पूरे उत्तर गुजरात में इलेक्ट्रिक वाहन बनाने का कारोबार तेजी से फैला है। इससे लगता है कि यह क्षेत्र इलेक्ट्रिक वाहन बनाने की दिशा में विश्व बाजार को कब्जा करने में समर्थ बनेगा। यहां बनने वाली गाड़ी जापान में बेची जा रही है। पुरातात्विक महत्व के स्थल समेत धार्मिक पर्यटन बढ़ाने पर सरकार ने ध्यान केन्द्रित किया, जिससे बदलाव आया। अंग्रेजी के समय का काम मेहसाणा, आबूरोड तरंगाहिल अंबाजी रेल लाइन काम अब जाकर शुरू कराया गया।
पानी बिजली की समस्या से छुटकारा
मेहसाणा का जिक्र कर मोदी ने कहा कि इस क्षेत्र में 20 साल पहले पानी और बिजली की गंभीर समस्या थी। चुनाव के समय बिजली पानी की चर्चा होती थी। मेहसाणा में बिजली मांगने पर कांग्रेस ने गोलियां बरसाई थी। बिजली कनेक्शन देने में भ्रष्टाचार होता था। लेकिन, भाजपा ने पिछले 20 साल में छोटी-छोटी चीजों, समस्याओं पर ध्यान देकर पूरी स्थिति बदल दी। पहले एक दिन पानी आता था तो दिवाली जैसा लगता था। सरकार ने लोगों को इस समस्या से निजात दिलाई। सुजलाम सुफलाम योजना लागू होने के बाद समस्या जड़-मूल से उखाड़ कर फेंक दी गई। मोदी ने बताया कि बिजली समस्या निवारण के लिए राज्य में 80 हजार किलोमीटर ट्रांसमिशन लाइन बिछाई, 20 लाख नए पोल लगाए गए। उन्होंने कहा कि 20 साल पहले राज्य में 55 लाख बिजली कनेक्शन थे, आज 2 करोड़ हैं, वहीं खेतों में बिजली कनेक्शन 5 लाख से बढ़कर 20 लाख हो गए हैं। 55 मेगावाट उत्पादन होता था कोयला से। आज 70 हजार मेगावाट कोयला से उत्पादन होता है। अंधकार युग से प्रकाश युग में लाने के लिए यह बड़ा काम किया।
गुजरात सोलर रूफटॉफ में देश में नंबर वन बना
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि देश का पहला सूर्यग्राम मोढेरा के बनने से पूरी दुनिया में मोढेरा और मेहसाणा जिला चमक उठा है। यूएन के सेक्रेटरी जनरल ने सूर्यग्राम यहां आकर देखा और इसका सार्वजनिक तौर पर बखान किया। कांग्रेस शासन से तुलना करते हुए मोदी ने कहा कि 20 साल पहले सूर्य की शक्ति से जीरो उत्पादन था। आज 8000 मेगावाट सौर ऊर्जा पैदा हो रही है। इसी तरह पवन ऊर्जा जीरो से बढ़कर 10 हजार मेगावाट, पनबिजली 500 मेगावाट से बढ़कर 800 मेगावाट, गैस ऊर्जा 2000 से बढ़कर 4000 मेगावाट, कोयला से 55 मेगावाट से बढ़कर 17 हजार मेगावाट उत्पादन हो रहा है। उन्होंने बताया कि रूफटॉप सौर ऊर्जा उत्पादन में गुजरात देश में नंबर वन बना है।
पशु वोट नहीं देते, उनकी भी आंख-दांत तक की चिंता
मोदी ने कहा कि बिजली, पानी की सुविधा के कारण मेहसाणा समेत समस्त उत्तर गुजरात में कृषि, पशुपालन और उद्योग के क्षेत्र में तेजी से विकास हुआ। लोगों के घर में शुद्ध पीने का पानी मिला तो सैकड़ों किलोमीटर लंबी नहर बनाई गई, जिससे खेती में फायदा हुआ। किसान जीरा, सौंफ, इसबगोल आदि की खेती करने लगे। साल में तीन-तीन फसल उपजाई जाने लगी। मोदी ने कहा कि भाजपा लोगों के लिए काम करती है, वोट की भूखे नहीं है। पशु वोट नहीं देते, फिर भी उनकी आंख-दांत तक की सरकार ने चिंता की। पशुओं के टीकाकरण पर 14 हजार करोड़ रुपये खर्च किए गए।