पंजाब की भगवंत मान सरकार ने पूर्व सरकारों को अब सड़क निर्माण के मुद्दे पर घेर लिया है। जीआईएस तकनीक से सड़कों की पैमाइश करवाने के बाद राज्य की 538 किलोमीटर सड़कें कम मिली हैं। विभागीय फाइलों तथा धरातल पर सड़कों की लंबाई में फर्क मिलने के बाद पंजाब सरकार ने विभागीय अधिकारियों से रिपोर्ट तलब कर ली है।
पंजाब के कृषि एवं ग्रामीण विकास मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल ने 23 नवंबर को बताया कि पंजाब मंडी बोर्ड की तरफ से जीआईएस तकनीक से सड़कों का नाप लिया गया है। यह नवीनतम तकनीक है। जीआईएस तकनीक के कारण 64,878 किलोमीटर ग्रामीण लिंक सड़कों में से 538 किलोमीटर के नाप का फर्क निकला है।
538 किलोमीटर सड़क गई कहां?
कुलदीप धालीवाल ने बताया कि यह सरकार की बड़ी उपलब्धि है, क्योंकि इससे रोड डाटा बुक के मुकाबले 538 किलोमीटर के नाप के टेंडरों का कुल फर्क पड़ेगा। उन्होंने बताया कि सड़कों के मोड़, कोहनी मोड़, 90 डिग्री के मोड़ आदि का नाप मैनुअल तौर पर सही ढंग से लेना संभव नहीं है। इसी तरह सड़कों की रिपेयर के समय गड्ढों की चौड़ाई और गहराई का नाप मैनुअल तौर पर सही ढंग से लगाना संभव नहीं है। मंत्री ने बताया कि जीआईएस तकनीक से इस नाप में भी पारदर्शिता आएगी और मरम्मत कार्यों पर खर्च घटेगा।