मीरजापुर में बगैर मान्यता जिले में 11 मदरसे संचालित हो रहे हैं, इनकी मान्यता जल्द समाप्त हो सकती है। समिति की जांच रिपोर्ट के बाद अब शासन से कार्रवाई का इंतजार हो रहा है। हालात यह है कि कई मदरसे तो किराये के भवन में संचालित हो रहे हैं तो कई मदरसों की कोई सोसाइटी पंजीयन तक नहीं है। वर्तमान में जनपद में 374 मदरसे संचालित हो रहे हैं।
मदरसों में लगभग 600 छात्र अध्ययनरत
शासन के निर्देश पर जिले में बिना मान्यता वाले मदरसों का सर्वे किया गया था, इसमें कई मदरसे चिह्नित किए गए जो न किसी बोर्ड से संबद्ध हैं और न ही उनकी मान्यता है। इन मदरसों में लगभग 600 छात्र अध्ययनरत हैं। इनमें से एक मदरसा ऐसा भी है, जहां सर्वे के दौरान एक भी विद्यार्थी नहीं मिला। मौखिक रूप से बताया गया कि इस मदरसे में लगभग 80 बच्चे अध्ययनरत हैं। इस प्रकार के जो भी मदरसे मिले, उनमें अधिकांश में एकल शिक्षक ही मिले। अधिकतर मदरसों में धार्मिक शिक्षा अथवा अरबी व कुरान की शिक्षा देने की बात कही गई। एक मदरसा ऐसा मिला, जिसमें परिषदीय पाठ्यक्रम लागू है लेकिन मान्यता नहीं है। लालगंज के एक मदरसे में सर्वे के दौरान एक भी बच्चे नहीं मिले, वहां भवन तो मिला, लेकिन न तो पेयजल की सुविधा थी और न ही शौचालय आदि की सुविधा थी।
प्रभारी जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी रमेश चंद ने बताया कि शासन के निर्देश पर बगैर मान्यता वाले मदरसों का सर्वे कराया गया है। इसमें बिना मान्यता वाले 11 मदरसों की जानकारी मिली है। रिपोर्ट शासन को भेजा गया है। शासन से इस बाबत निर्देश का इंतजार है।
कार्रवाई की जद में मदरसे
प्रभारी जिला अल्प संख्यक कल्याण अधिकारी रमेश चंद के अनुसार जांच में तहसील लालगंज में मदरसा गौसिया नूरिया लालगंज, मदरसा गौसिया हमीदीया हलिया, मदरसा अजिजिया नूरिया रामपुर वासित अली लालगंज और एडवांस डे प्लान तहसील सदर में मदरसा करिमिया इमलाहा, फैजाने ए इस्माइल चिश्ती इमाम मार्केट रामबाग, दारूल उलूम रहमानिया पुरी कटरा और मदरसा कदम रसूल इमामबाड़ा, मदरसा यूसुफिया अहले सुन्नत वलजमाआत अमानगंज, मदरसा फैजान ए ताजुस्शरिया जामा मजिस्द इमामबाड़ा, मदरसा जामिया गौसिया तागिया हयात नगर सबरी रोड और मदरसा बैसपुर विजयपुर अमान्य मिले हैं। इनको अमान्य मानते हुए कार्रवाई के लिए शासन को पत्र भेजा गया है।