महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के बयान पर जारी विवाद के बीच उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की पत्नी अमृता फडणवीस भी मैदान में उतर आई हैं। उन्होंने राज्यपाल कोश्यारी को दिल से मराठी माणूस बताया है।
राज्यपाल कोश्यारी द्वारा छत्रपति शिवाजी महाराज को लेकर दिए एक बयान पर प्रदेश में राजनीति गरमा गई है। शिवसेना का उद्धव बालासाहेब ठाकरे गुट के साथ ही राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी प्रमुख शरद पवार और अन्य नेताओं ने भी राज्यपाल के बयान पर आपत्ति जताई है।
अमृता फडणवीस ने कोश्यारी का किया समर्थन
इस बीच अमृता फडणवीस ने कहा है कि वे व्यक्तिगत रूप से राज्यपाल को जानती हैं। उन्होंने महाराष्ट्र आने के बाद मराठी सिखने की कोशिश की। वे मराठियों का बहुत सम्मान करते हैं। हालांकि कई बार उनके कहने का गलत अर्थ निकालकर बवाल खड़ा किया गया। लेकिन वे दिल से मराठी माणूस हैं।
सरकार और विपक्ष आमने-सामने
इस बीच उनके बयान पर विवाद बढ़ता दिख रहा है। शरद पवार और उद्धव ठाकरे राज्यपाल को वापस दिल्ली बुलाने की मांग कर रहे हैं। हालांकि उपमुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा है कि राज्यपाल के बयान को राजनीतिक रंग देने का प्रयास किया जा रहा है। दूसरी ओर बालसाहेब की शिवसेना के नेता और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा है कि विपक्ष के सामने कोई मुद्दा नहीं है, इसलिए वह इस तरह का बयान दे रहा है।
पवार ने क्या कहाः
पवार ने कहा है कि राज्यपाल ने सभी मर्यादाएं तोड़ दी हैं। इसलिए राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को ऐसे संवैधानिक पदों पर बैठे लोगों के बारे में निर्णय लेना चाहिए, जो गैर जिम्मेदाराना बयान देते हैं। कोश्यारी जैसे लोगों को राज्यपाल का पद नहीं दिया जाना चाहिए।
कोश्यारी ने क्या कहा थाः
राज्यपाल कोश्यारी केंद्रीय गृह मंत्री नितिन गडकरी और राकांपा प्रमुख शरद पवार के सम्मान में आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए थे। इस कार्यक्रम में राज्यपाल कोश्यारी ने कहा था कि पहले जब पूछा जाता था कि आपका नायक कौन है, तब कहते थे कि जवाहरलाल नेहरू, सुभाष चंद्र बोस, महात्मा गांधी। महराष्ट्र में छत्रपति शिवाजी महाराज पुराने आइकन हैं, अब बीआर आंबेडकर और नितिन गडकरी हैं।