मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 28 नवंबर को समाजवादी पार्टी (सपा) के गढ़ मैनपुरी में अखिलेश यादव और उनके परिवार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने करहल के नरसिंह इंटर कॉलेज में जनसभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि महाभारत के यह लोग चाचा-भतीजा नौकरी निकलते ही वसूली पर निकल पड़ते थे। वसूली यह लोग करते थे और बदनाम इटावा-मैनपुरी के लोग होते थे। आज यूपी में बेरोजगार युवाओं को बिना कोई भेदभाव के नौकरी मिलती है। योगी ने कहा कि अखिलेश यादव ने चाचा शिवपाल की स्थिति घड़ी के पेंडुलम जैसी कर दी है। पेंडुलम का कोई लक्ष्य नहीं होता है। बेचारे को कुर्सी तक नहीं दी थी। कुर्सी के हत्थे पर बैठा दिया था। अखिलेश ने चाचा को फुटबॉल बना दिया है। चुनाव के समय नाते-रिश्तेदारी निकाल कर वोट मांगने वाले नहीं, ईमानदारी से मैनपुरी के विकास के लिए खड़ा होने वाले ही मैनपुरी का विकास कर सकते हैं। समाजवादियों का बस चलता तो यह लोग गरीबों की पेंशन तक हड़प जाते।
नेता जी का सपना होगा साकार, मैनपुरी जीतेगी भाजपा
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उन्होंने 2019 में ही नेता जी (मुलायम सिंह यादव) का संसद में आशाीर्वाद लिया था। उसका ही परिणाम था कि आजमगढ़ और रामपुर में उपचुनाव भाजपा जीती। इस बार फिर से नेता जी का सपना पूरा होने जा रहा है। मैनपुरी अपनी पौराणिक और ऐतिहासिक परंपरा के लिए जानी जाती रही है। मैनपुरी और इटावा के लोगों के सामने कुछ लोगों ने पहचान का संकट खड़ा कर दिया था।
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सपा को बताया परिवारवादी पार्टी
योगी ने समाजवादी पार्टी को परिवारवादी पार्टी बताते हुए जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि अन्नदाता किसानों को शासन से मिलने वाली सुविधाओं से वंचित कर दिया गया था। कुछ लोग अपने आपको समाजवादी और सेक्युलर कहते हैं, वह परिवारवाद से उभर नहीं पा रहे है। राष्ट्रीय अध्यक्ष, राष्ट्रीय सचिव से लेकर सांसद और विधायक सब परिवार के चाहिए।
कोरोना काल में नहीं दिखे अखिलेश
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का मंत्र है ‘सबका साथ और सबका विकास’ किसी के साथ कोई भेदभाव नहीं। यही मंत्र है जो लोककल्याण का कारण बन रहा है। कोरोना काल में फ्री में टेस्ट, उपचार, वैक्सीन और राशन देने का काम किया। उन्होंने निशाना साधते हुए कहा कि अखिलेश कोरोना में हालचाल लेने नहीं आए थे। यह आपके साथ संकट में नहीं खड़े रहे सकते, यह अब आपको इमोशनल करके बहकाने आए हैं।
सपा परिवार के बन गए बंगले
प्रदेश में सपा की सरकार चार-चार बार रही, इनके अपने-अपने बंगले बन गए लेकिन इटावा-मैनपुरी में गरीबों के आवास नहीं बन पाए। इनके शासन काल में गरीबों का राशन माफिया हड़प जाते थे। डबल इंजन की सरकार ने प्रदेश में पैतालीस लाख लोगों को आवास उपलब्ध करवाए हैं। यूपी के गरीब के पास अपना आवास होगा।