उत्तराखंड में भारत-अमेरिका सैन्य अभ्यास के दौरान चार अमेरिकी अधिकारियों ने हिमालय की सबसे ऊंची चोटियों में से एक नंदा देवी पर चढ़ाई की। युद्धाभ्यास के दौरान हिमालय पर चढ़ाई करने वाले ये पहले चार अमेरिकी सेना अधिकारी बने हैं। इस बावत अमेरिकी सेना, प्रशांत ने एक फोटो भी ट्वीट की है, जिसमें चारों अमेरिकी सैन्य अधिकारी एक साथ नजर आ रहे हैं।
भारत और अमेरिका की सेनाओं ने 15 नवम्बर से उत्तराखंड के औली में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के पास एक संयुक्त सैन्य प्रशिक्षण युद्धाभ्यास का 18वां संस्करण शुरू किया है। दोनों देशों की सेनाओं के बीच यह युद्ध अभ्यास हर साल एक-दूसरे की सर्वोत्तम प्रथाओं का आदान-प्रदान करने के मकसद से किया जाता है। इसमें 11वीं एयरबोर्न डिवीजन की दूसरी ब्रिगेड के अमेरिकी सैनिक और असम रेजीमेंट के भारतीय सेना के जवान हिस्सा ले रहे हैं। इस अभ्यास का उद्देश्य दोनों सेनाओं के बीच शांति व्यवस्था और आपदा राहत कार्यों में अंतरसक्रियता को बढ़ाना और विशेषज्ञता साझा करना है।
रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि प्रशिक्षण कार्यक्रम संयुक्त राष्ट्र शासनादेश के अध्याय VII के तहत एक एकीकृत युद्ध समूह के रोजगार पर केंद्रित है। शेड्यूल में पीस कीपिंग और पीस एनफोर्समेंट से जुड़े सभी ऑपरेशन शामिल किये गए हैं। संयुक्त अभ्यास मानवीय सहायता और आपदा राहत (एचएडीआर) कार्यों पर भी ध्यान केंद्रित करेगा। मंत्रालय ने कहा कि दोनों देशों के सैनिक किसी भी प्राकृतिक आपदा के मद्देनजर त्वरित और समन्वित राहत प्रयास शुरू करने का अभ्यास करेंगे।
अमेरिकी सेना, प्रशांत ने एक ट्वीट में कहा कि भारत और अमेरिका के बीच संयुक्त सैन्य अभ्यास के दौरान चार अमेरिकी अधिकारियों ने हिमालय की सबसे ऊंची चोटियों में से एक नंदा देवी पर चढ़ाई की। इन अमेरिकी अधिकारियों में कैप्टन सेरुती, लेफ्टिनेंट रसेल, लेफ्टिनेंट ब्राउन और लेफ्टिनेंट हैक हैं। युद्ध अभ्यास के दौरान हिमालय पर चढ़ाई करने वाले यह पहले चार अमेरिकी सेना अधिकारी बने हैं। इस बावत एक फोटो भी ट्वीट की गई है, जिसमें चारों अमेरिकी सैन्य अधिकारी एक साथ नजर आ रहे हैं।
Join Our WhatsApp Community