दियोरिया कोतवाली क्षेत्र में 30 नवंबर को एक ही परिवार के तीन लोगों की संदिग्ध हालात में मौत हो गई। कुछ ग्रामीण इस मामले को तंत्र-मंत्र से जोड़कर बता रहे हैं।
रम्भोझा गांव के रहने वाले बालकराम गांव से दूर खेत में अपना घर बना सयुंक्त परिवार के साथ रहते थे। 30 नवंबर की सुबह बालकराम का शव फंदे से लटका हुआ मिला, जबकि उनके 11 साल के बेटे नेहाल और 15 वर्षीय बेटी शालिनी का शव जमीन पर पड़ा हुआ था। इस घटना से पूरे परिवार में मातम पसर गया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
इस बात की आशंका
अपर पुलिस अधीक्षक पवित्र मोहन त्रिपाठी बीसलपुर सीओ मनोज कुमार यादव के साथ कई थानों की फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। पूछताछ में ग्रामीणों से पता चला है कि बालकराम और बेटी शालिनी दोनों के ऊपर भूत-प्रेत का चक्कर था। दोनों का इलाज भी चल रहा था, लेकिन कोई फर्क नहीं पड़ रहा था। आशंका है कि इसी वजह से परेशान होकर बालकराम ने पहले बच्चों को मारा फिर खुद फांसी लगा ली। फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट एवं फोरेंसिक टीम ने मौके पर पहुंचकर जांच की। परिवार के सदस्यों और ग्रामीणों को अलग-अलग बुलाकर पुलिस ने पूछताछ की। अपर पुलिस अधीक्षक पवित्र मोहन त्रिपाठी ने बताया कि घटनास्थल का निरीक्षण करने और पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही आगे कुछ कहा जा सकेगा।