गोरखपुर जिले में अपनी मांगो को लेकर आंदोलनरत बिजली कर्मचारी को भी कार्य बहिष्कार पर रहे। इससे जिले के लगभग चार सौ गांवों में अंधेरा छा गया है। ग्रामीण क्षेत्रों में हालत लड़खडा गयी है। 30 दिसंबर की आधी रात से सहजनावा और 1 दिसंबर की दोपहर से चौरीचौरा क्षेत्र के अधिकांश बिजली घर ट्रांसमिशन में आने वाली फाल्ट की वजह से सप्लाई बंद है। इधर, अधिकारियों ने किसी भी गड़बड़ी को ठीक कराने से अपने हाथ खींच लिए हैं।
बिजली कर्मचारियों और अधिकारियों ने 1 दिसंबर को मुख्य अभियंता कार्यालय के सामने जमाकर आंदोलन किया, नारेबाजी की और ऊर्जा निगम के अधिकारियों के स्वेच्छाचारिता की कलई खोली।
यहां बंद है विद्युत आपूर्ति
सहजनावा के हरपुर, अनंतपुर, चौरीचौरा क्षेत्र के पालीपा, गजाईकोल, सरदर नगर, चौरीचौरा और मुंडेरा बाजार।
बिजली विभाग के नेताओं ने कहाः
वक्ताओं ने कहा कि ऊर्जा मंत्री निगमों का कार्य को स्वास्थ बनाने को प्रयास कर रहे हैं, लेकिन निगम के अधिकारियों का स्वेच्छाचारी रवैया इसमें रोड़ा अटका रहा है। ऊर्जा निगम के चेयरमैन के दमनात्मक रवैया से बिजली कर्मचारियों में गुस्सा है।
किया बुद्धि शुद्धि यज्ञ
विद्युत कर्मचारी संघ और अभियंताओं ने 2 दिसंबर को ऊर्जा निगम के चेयरमैन के लिए बुद्धि शुद्धि यज्ञ किया। मुख्य अभियंता कार्यालय पर हुआ यह यज्ञ चेयरमैन को गलती का एहसास कराने को किया गया।