सांसद उदयनराजे भोसले ने कहा कि छत्रपति शिवाजी महाराज के बयानों पर चुप रहने वाले भी उतने ही दोषी हैं, जितने विवादित बयान देने वाले राज्यपाल। इसके बाद उदयनराजे भोसले ने आक्रामक रुख अख्तियार करते हुए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को पत्र लिखा था। उन्होंने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से राज्यपाल को हटाने की मांग की है। राष्ट्रपति ने उनके पत्र का संज्ञान लिया है। संकेत मिल रहे हैं कि राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के बयान की जांच की जाएगी।
इस बीच, उदयनराजे भोसले ने राज्यपाल के विरोध में रायगढ़ में उग्र विरोध प्रदर्शन किया। 3 दिसंबर की सुबह उन्होंने रायगढ़ स्थित जीजाऊ मां साहेब समाधि के दर्शन किए और को सभा की। इस समय, उन्होंने अपनी भूमिका की घोषणा की। इस मौके पर शिव प्रेमियों और मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति ने उनके पत्र का संज्ञान लिया है। मुझे आज राष्ट्रपति के पत्र मिले। इसमें कहा गया है कि मेरे पत्र पर विचार किया गया है। राष्ट्रपति द्वारा केंद्रीय गृह मंत्रालय को पत्र भेजा गया है, ऐसे में उम्मीद है कि पूरे मामले की जांच की जाएगी।
उदयनराजे ने पत्र में क्या कहा?
उदयनराजे भोसले ने राष्ट्रपति को लिखे पत्र में लिखा है, “राज्यपाल ने छत्रपति शिवाजी महाराज के बारे में अपमानजनक बयान दिया। इसका खामियाजा मुझे ही नहीं बल्कि पूरे प्रदेश की जनता को भुगतना पड़ा। राज्यपाल का वह बयान बेहद आपत्तिजनक है। उन्होंने पहले भी ऐसे बयान दिए हैं। ऐसा बयान समाज में अशांति पैदा कर सकता है।” उदयनराजे ने राष्ट्रपति को लिखे अपने पत्र में कहा, “इसलिए आपको इस बयान पर गौर करते हुए उचित कार्रवाई करनी चाहिए।”
Join Our WhatsApp Communityछत्रपती शिवाजी महाराज यांच्याबाबतीत अवमानकारक वक्तव्य करणाऱ्यांनावर ठोस कारवाई करणेबाबत राष्ट्रपती द्रौपदी मुर्मू यांना निवेदन दिले.@rashtrapatibhvn pic.twitter.com/tCurxhhBBV
— Chhatrapati Udayanraje Bhonsle (@Chh_Udayanraje) November 23, 2022