महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के छत्रपति शिवाजी महाराज को लेकर दिए गए अपमानजनक बयान के बाद से राज्य में माहौल गरमाया हुआ है। इसे लेकर राजनीति भी गर्मा गई है। छत्रपति शिवाजी महाराज को लेकर दिए गए अपमानजनक बयान को लेकर महाराष्ट्र में विपक्षी पार्टी आक्रामक होती जा रही है। कांग्रेस, राकांपा और ठाकरे स शिवसेना के ठाकरे गुट ने आक्रामक रूख अख्तियार करते हुए राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी को पद से हटाने की मांग की है। संभाजी राजे छत्रपति ने महापुरूषों का अपमान बंद करने की मांग की है।
संभाजी राजे ने क्या कहा?
संभाजी राजे ने कहा कि भाजपा नेताओं द्वारा छत्रपति शिवाजी महाराज का अपमान किया जा रहा है। भाजपा नेता प्रसाद लाड एक तरफ महाराज को भगवान मानते हैं और दूसरी तरफ महाराज को पढ़ते नहीं हैं। भाजपा को ऐसे लोगों को प्रशिक्षित करना चाहिए। मैंने राज्यपाल को महाराष्ट्र से बाहर फेंकने की पहली मांग की है। जब तक उन्हें राज्य से बाहर नहीं किया जाता, तब तक स्वराज्य संगठन संघर्ष करेगा। जब इतने लोग महाराज के बारे में बात कर रहे हैं तो भाजपा कड़ा रुख क्यों नहीं अपना रही है। यह भाजपा के दोगलेपन को दर्शाता है।
संभा जी राजे ने की कानून बनाने की मांग
संभाजी राजे ने आगे कहा कि किंवदंतियों के बारे में बात करते समय सावधानी बरतनी चाहिए। इसके लिए कानून बनाया जाए, ताकि कोई ऐसी हिम्मत न करे। यदि बार-बार किंवदंतियों के बारे में बात करने वाले नियम तोड़ते हैं तो कानून को राज्य से निष्कासन का प्रावधान करना चाहिए। इस बीच प्रसाद लाड ने अपने विवादित बयान को लेकर खेद जताया है।
क्या कहा लाड ने?
बता दें कि प्रसाद लाड नें अपने बयान से विवाद पैदा कर दिया है। उन्होंने कहा कि छत्रपति शिवाजी महाराज का जन्म कोंकण में हुआ था। उनके इस बयान के बाद विवाद पैदा हो गया है और विपक्ष हमलावर हो गया है।