अब तक पुलिस ही नियम विरुद्ध चलने वाहनों का चालान करती है लेकिन कई बार ऐसी स्थितियां आती हैं, जब कुछ लोग यातायात नियमों को तोड़ रहे होते हैं लेकिन वहां पर पुलिस कर्मी मौजूद नहीं होते, जिनसे चालान करवाया जाए। लेकिन अब आम लोग भी चाहें तो ऐसे किसी वाहन का चालान कर सकते हैं।
यह सुविधा उत्तराखंड पुलिस के एप पर उपलब्ध कराई गई है। नैनीताल जनपद के एसएसपी पंकज भट्ट ने बताया कि प्ले स्टोर पर उपलब्ध ‘उत्तराखंड पुलिस एप’ को डाउनलोड करके आम लोग कई तरह की सुविधाओं का लाभ उठा सकते हैं। इनमें एक ‘ट्रैफिक आई’ ऐप है। यदि आपको कहीं कोई दोपहिया वाहन तीन सवारी के साथ या असुरक्षित तरीके से फर्राटा भरते या कोई वाहन सड़क पर यातायात को अवरुद्ध करता नजर आता है, तो आप इसी ऐप से उसका फोटो या वीडियो बनाकर और उसका विवरण लिखकर भेज सकते हैं। पुलिस आपकी फोटो-वीडियो व शिकायत का परीक्षण कर उसका ई-चालान कर देगी।
महिलाओं की सुरक्षा के लिए उपयोग
-इसके अलावा उत्तराखंड पुलिस एप में सबसे नीचे ‘एसओएस’ के नाम से एक लाल रंग का बटन दिया गया है, इसे पैनिक बटन भी कहा जाता है। यदि किसी महिला को कहीं अपने साथ कोई छेड़छाड़ या अनहोनी होने की आशंका लगती है तो वह चुपचाप इस बटन को दबा सकती है। इसे दबाते ही पुलिस मुख्यालय को सूचना चली जाएगी और संबंधित क्षेत्र की पुलिस महिला की लोकेशन ट्रेक कर उसे तत्काल परेशानी से निजात दिलाएगी। एसएसपी भट्ट ने बताया कि इस बारे में जागरूकता फैलाने के काफी प्रयास किए जा रहे हैं।
-उन्होंने बताया कि इसके अलावा इस एप में महिलाओं को समर्पित गौरा शक्ति एप भी जुड़ा है। जिसमें महिलाएं खुद को पंजीकृत कर हर तरह की शिकायतें कर सकती हैं, और अपने कानूनी अधिकारों की जानकारी प्राप्त कर सकती हैं।
घर बैठे करें पुलिस में शिकायत
इसके अलावा उत्तराखंड पुलिस एप में मौजूद ई-एफआईआर एप से लोग घर बैठे पुलिस में प्राथमिकी दर्ज करा सकते हैं, जबकि ई-कंप्लेन्ट एप से अपनी शिकायतें दर्ज करा सकते हैं। साथ ही इस एप में ई-चालानों को घर बैठे भुगतान करने, किरायेदारों व कर्मचारियों का सत्यापन करने, साइबर अपराधों व संपत्तियों के खोने की की शिकायत करने, अपनी शिकायतों की जानकारी प्राप्त करने, पुलिस विभाग के जरूरी मोबाइल नंबर प्राप्त करने, नशा मुक्त उत्तराखंड, विभिन्न जनपदों की पुलिस की गतिविधियों, उनकी सोशल मीडिया पर कवरेज आदि की जानकारी भी प्राप्त की जा सकती है।