महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के अध्यक्ष राज ठाकरे के आदेश के बाद पुणे जिला मथाड़ी कामगार आघाड़ी के जिलाध्यक्ष नीलेश मजीरे को पिछले महीने मथाड़ी कामगार आघाड़ी के जिलाध्यक्ष पद से निष्कासित कर दिया गया था, लेकिन इस निष्कासन के बाद मजीरे ने पार्टी छोड़ने का फैसला किया है। मनसे नेता वसंत मोरे के करीबी मजीरे समेत करीब 400 कार्यकर्ताओं ने मनसे से इस्तीफा दे दिया है। स्वाभाविक रूप से पुणे महानगरपालिका के होने वाले चुनाव में इसका प्रभाव पड़ सकता है।
पार्टी से नाराज थे नीलेश मजीरे
बता दें कि 28 नवंबर को वसंत मोरे के करीबी नीलेश मजीरे को पद से बर्खास्त कर दिया गया था। मजीरे मनसे के पुणे जिला मथाड़ी कामगार अघाड़ी के जिलाध्यक्ष थे। इस पद से हटाए जाने के बाद उन्होंने एमएनएस छोड़ने का फैसला किया है। इसके बाद मजीरे के 400 मनसे ने भी मनसे से इस्तीफा दे दिया है।
वसंत मोरे ने भी जताई थी नाराजगी
मजीरे के निष्कासन और इस्तीफे से पता चलता है कि पुणे में मनसे के लिए आगे की राह आसान नहीं है। पिछले हफ्ते मनसे नेता वसंत मोरे ने भी सार्वजनिक रूप से पार्टी के प्रति अपनी नाराजगी जाहिर की थी। उन्होंने कहा था कि आजकल पार्टी के पदाधिकारी हम पर विश्वास नहीं करते हैं। वसंत मोरे ने आरोप लगाया कि उन्हें सभाओं में नहीं बुलाई जाती और वे सभाओं में जाते भी हैं तो उन्हें बोलने का मौका नहीं दिया जाता।