जाधपुर के निकटवर्ती शेरगढ़ स्थित भूंगरा गांव में 8 दिसंबर को शादी समारोह में हुए गैस कांड में आग से झुलसे दो और लोगों की मौत हो गई है। एक महिला ने देर रात दम तोड़ दिया तो 12 दिसंबर की सुबह एक बालक की मृत्यु हो गई। इस हादसे में अब तक 14 लोगों की जान जा चुकीं है। 40 लोग उपचाराधीन है। देर रात भूंगरा की 40 साल की गंवरी देवी पत्नी धनसिंह एवं आज सुबह नौ साल के लोकेंद्र सिंह पुत्र भारत सिंह की मौत हुई है। इनकी संख्या बढ़ भी सकती है। कई लोग अब भी 70 प्रतिशत से ज्यादा झुलसे हुए हैं। बर्न यूनिट में संक्रमण का खतरा भी बना हुआ है। 10 दिसंबर को भूंगरा की ही 10 साल की सज्जन कंवर पुत्री उत्तम सिंह, 60 साल की सुआकंवर पत्नी अमरसिंह एवं 12 साल की पूनम पुत्री बाबूसिंह और सांकड़ा जैसलमेर निवासी 26 साल के सुरेंद्र सिंह पुत्र डूंगरसिंह मृत्यु हुई थी। 11 दिसंबर को दिन भर अच्छा बीता और कोई दुखद समाचार नहीं मिला। मगर देर रात और 12 दिसंबर की सुबह दो मौतों ने फिर से जख्म हरे कर दिए।
पुलिस के अनुसार इस हादसे में अभी तक 13 साल की धापू देवी पुत्री भंवरसिंह, 40 साल की चंद्रकंवर पत्नी धनसिंह एवं कंवरूकंवर पत्नी मदन सिंह, खुशबू पुत्री गणपत सिंह और रतन सिंह पुत्र सांग सिहं धापूकंवर पुत्री बाबू सिंह एवं 16 साल की प्रकाशकंवर पुत्री नरपतसिंह की भी मौत हो गई थी।
8 दिसंबर को हुआ था हादसा
सनद रहें कि गत 8 दिसंबर को जिले के शेरगढ़ स्थित भूंगरा गांव में सगतसिंह की ढाणी में उनके पुत्र सुरेंद्र सिंह की शादी थी। बारात रवानगी से पहले ही दोपहर में गैस रिसाव के साथ भीषण आग लगी और दो गैस सिलेंडर फट गए। जिससे घर परिवार रिश्तेदारी के 54 लोग आग में झुलस गए थे। जिन्हें उपचार के लिए जोधपुर एमजीएच अस्पताल के बर्न यूनिट में भर्ती करवाया गया था। इनमें कई की स्थिति अभी भी नाजुक बनी हुई है। अब तक इसमें 14 लोग काल कल्वित हो चुके है।
केंद्रीय मंत्री शेखावत ने पीड़ितों और उनके परिजनों से की मुलाकात
केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत अपने संसदीय क्षेत्र के प्रवास के बाद दिल्ली प्रस्थान करने से पहले 12 दिसंबर को सुबह महात्मा गांधी अस्पताल में भूंगरा (शेरगढ) भर्ती गैस सिलेंडर हादसे के पीडि़तों और उनके परिजनों से दुबारा मिलने पहुंचे। चार दिन में मंत्री शेखावत तीसरी बार अस्पताल जाकर मरीजों एवं परिजनों से मिले। केन्द्रीय मंत्री शेखावत इस हादसे के बाद 12 दिसंबर की सुबह तीसरी बार पीडि़तों से मिलने अस्पताल पहुंचे और घायलों से मिले। मंत्री शेखावत वार्ड के बाहर मौजूद पीडि़तों के परिजनों से भी मिले। चिकित्सकों से भर्ती घायलों के उपचार को लेकर विस्तृत जानकारी ली। स्थिति की गंभीरता को देखते हर घायल मरीज की पूरी मॉनिटरिंग कर इलाज का पूरा ध्यान रखने के निर्देश दिए। इसके बाद केन्द्रीय मंत्री शेखावत ने एयरपोर्ट पहुंच कर दिल्ली प्रस्थान किया।