असम सरकार के जल संसाधन, सूचना एवं जनसंपर्क, संसदीय कार्य मामलों के मंत्री पीयूष हजारिका ने कहा है कि 14 दिसंबर का दिन असम के लिए एक गौरवशाली क्षण है। उन्होंने कहा कि हमारी असमिया संस्कृति और परंपरा के प्रिय प्रतीक ‘फूलाम गमोछा’ को भारत सरकार द्वारा भौगोलिक संकेत टैग (जीआई टैग) से सम्मानित किया गया है।
हजारिका ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट ट्वीट करते हुए कहा है कि आज का दिन हम सभी के लिए बहुत गर्व का क्षण है और हम असम को यह सम्मान देने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रति अपनी गहरी कृतज्ञता व्यक्त करते हैं।
प्रदेश में खुशी की लहर
असमिया गमोछा को जीआई टैग मिलने से पूरे राज्य में खुशी की लहर दौड़ गयी है। राज्य के विभिन्न हिस्सों में खासकर बुनकर समाज में इसे लेकर भारी उत्साह है। कई इलाकों में इसकी खबर मिलते ही महिला बुनकरों ने नाच-गाकर अपनी खुशी का इजहार किया है।
देश-विदेश में मशहूर
बता दें कि असमिया फूलाम गमोछा आज देश ही नहीं दूसरे देशों में भी प्रसिद्ध हो चुका है। यह प्रसिद्धि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के द्वारा इसे जो सम्मान दिया गया, उसके बाद से पूरे देश में इसके प्रति आपार स्नेह बढ़ गया। यही कारण है कि स्थानीय बुनकरों के आह्वान पर राज्य सरकार ने नकली गमोछा को लेकर सख्त कानून भी बनाया, ताकि स्थानीय बुनकरों की हुनर और उनकी मेहनत का वाजिब दाम मिल सके।