महाराष्ट्र राज्य सीमा समिति के अध्यक्ष और बालासाहेब ठाकरे की शिवसेना पार्टी के सांसद धैर्यशील माने अब बेलगावी यात्रा पर नहीं जाएंगे। कर्नाटक सरकार की रोक के बाद सांसद ने 19 दिसंबर को बेलगावी दौरा स्थगित कर दिया है। धैर्यशील माने बेलगावी के तिलकवाड़ी में महाराष्ट्र एकीकरण समिति के कार्यक्रम में शामिल होने के लिए जाने वाले थे।
धैर्यशील माने ने 19 दिसंबर को पत्रकारों को बताया कि कर्नाटक सरकार ने उन्हें पत्र लिखकर बेलगावी में न आने को कहा है। इस पत्र में कहा गया है कि उनके बेलगावी आने से कानून व्यवस्था बिगड़ सकती है। धैर्यशील माने ने कहा कि उन्होंने इसकी जानकारी महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को दे दी है।
धैर्यशाली माने बेलगावी में होनेवाले एमईएस की महासम्मेलन में नहीं ले सकेंगे हिस्सा
धैर्यशील माने ने बताया कि वे 19 दिसंबर से बेलगावी जिले के तिलकवाड़ी में होने वाले महाराष्ट्र एकीकरण समिति (एमईएस) के महासम्मेलन में शामिल होने वाले थे। इस दौरे की अधिकृत जानकारी कर्नाटक सरकार को देकर पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था करने का अनुरोध किया था, लेकिन बेलगावी के जिलाधिकारी नितेश पाटिल ने माने के प्रवेश पर रोक लगाने का आदेश जारी कर दिया।
सीमा विवाद से माहौल खराब
दरअसल, कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई की ओर से महाराष्ट्र-कर्नाटक सीमा विवाद पर विवादास्पद बयानों के बाद दोनों राज्यों के बीच माहौल खराब हो गया था। इसके बाद केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों की बैठक बुलाकर सुप्रीम कोर्ट का निर्णय आने तक दोनों राज्यों में यथास्थिति बनाए रखने को कहा था।