छत्तीसगढ़ में 5,127 करोड़ का चावल घोटाला? जानिये, भाजपा का क्या है सनसनीखेज आरोप

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भाजपा कार्यालय एकात्म परिसर में 19 दिसंबर को ली गई प्रेस वार्ता में पूर्व मंत्री, भाजपा प्रदेश प्रवक्ता राजेश मूणत ने एक बड़ा खुलासा करते हुए बताया कि केंद्र से आए चावल में राज्य की कांग्रेस सरकार ने 5 हजार करोड़ से ज्यादा का घोटाला कर दिया है एवं 1 करोड़ 50 लाख क्विंटल चावल गायब है।

पत्रकार वार्ता में विस्तार से जानकारी देते हुए राजेश मूणत ने बताया कि वर्ष 2022 में गरीबी रेखा जीवन यापन करने वाले परिवारों के राशन कार्डो की संख्या 63 लाख 73 हजार 834 है एवं इनमें कुल सदस्य 2 करोड़ 33 लाख 18 हजार 751 है।

केंद्र सरकार द्वारा कोविड महामारी के चलते गरीब परिवारों के लिए प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के अंतर्गत प्रति माह प्रति सदस्य 5 किग्रा, अतिरिक्त चावल की व्यवस्था कराई गई जो कि माह अप्रैल 2020 से दिसम्बर 2022 तक नियमित रूप से प्रदान की जा रही है।

केंद्र सरकार द्वारा प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के अंतर्गत छत्तीसगढ़ में निवासरत् गरीब परिवारों के लिए 11 लाख 53 हजार 380 क्विंटल प्रति माह चावल राज्य सरकार को आबंटित किया गया । इस प्रकार अप्रैल 2020 से दिसम्बर 2022 तक कुल 33 माह तक केंद्र सरकार प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के अंतर्गत राज्य सरकार को 3 करोड़ 80 लाख 61 हजार 540 क्विंटल चांवल का अतिरिक्त आबंटन दिया गया ।

राज्य सरकार द्वारा माह अप्रैल 2020 से दिसम्बर 2022 तक गरीब परिवारों को प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के अंतर्गत 2 करोड़ 29 लाख 80 हजार 711 क्विंटल चावल का वितरण किया गया है।

इस प्रकार केंद्र सरकार द्वारा गरीब परिवारों के लिए प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के अंतर्गत भेजे गए अतिरिक्त चावल में राज्य सरकार ने 1 करोड़ 50 लाख 80 हजार 829 क्विंटल चावल का वितरण नहीं किया।

वर्तमान में चावल का बाजार मूल्य चौंतीस सौ रुपये प्रति क्विंटल है ,इसके अनुसार अवितरित चांवल 1 करोड़ 50 लाख 80 हजार 829 क्विंटल लगभग का बाजार मूल्य लगभग 5 हजार 127 करोड़ रूपये लगभग है ।

इस हिसाब से लगभग लगभग 5 हजार 127 करोड़ रूपये लगभग का राज्य सरकार द्वारा घोटाला किया गया है।

पत्रकारों के प्रश्नों का उत्तर देते हुए मूणत ने कहा कोरोना काल में निर्धन जनता को सहारा देने के लिए शुरू की गई पीएम गरीब कल्याण योजना में गरीबो के हक का अनाज भी डकार जाने वाली भूपेश बघेल सरकार के संरक्षण में हुआ यह घोटाला साक्ष्यों के आधार पर सामने आया है।

केंद्र सरकार ने राशन वितरण में फर्जीवाड़ा रुकवाने के लिए ऑनलाइन पीओएस मशीन लोगों के आधार लिंक और थंब इंप्रेशन को जरूरी किया हुआ है। इसके बावजूद छत्तीसगढ़ में गरीबों के अनाज की कालाबाजारी की गई है। राज्य सरकार ने अपने पीडीएस सिस्टम के माध्यम से केंद्र से मिलने वाले चावल को बांटने में हेरफेर की है,क्योंकि केंद्र और राज्य के आंकड़ों में मिलान नहीं हो पा रहा है। एक अहम सवाल यह भी है कि भूपेश बघेल सरकार ने कोरोनाकाल, में वितरित चावल का ऑडिट भी नही करवाया है इससे संदेह प्रबल हो जाता है कि राज्य शासन के संरक्षण में बड़े पैमाने पर चावल घोटाला किया गया है।प्रेस वार्ता में जिले वार हर आंकड़े की जानकारी दी गई है ।

प्रेस वार्ता में भाजपा वरिष्ठ नेता, प्रदेश प्रवक्ता संदीप शर्मा,प्रदेश मीडिया प्रभारी अमित चिमनानी,प्रदेश प्रवक्ता अमित साहू,प्रदेश मीडिया सह प्रभारी अनुराग अग्रवाल माजूद रहे।

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