महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री और गृह मंत्री देवेंद्र फडणवीस ने साफ कर दिया है कि वे ‘पोर्नोग्राफी’ पर लगाम लगाएंगे। देवेंद्र फडणवीस ने कहा, “स्कूलों और कॉलेजों में किशोरों में प्रोनोग्राफी और इसी तरह के अन्य फिल्मांकन कई तरह की विकृति पैदा करते हैं। इससे यौन शोषण की घटनाएं होती हैं। फडणवीस ने 21 दिसंबर को यह भी जानकारी दी कि इस अव्यवस्था को रोकने के लिए पोर्नोग्राफी पर पूर्ण नियंत्रण लाने का प्रयास किया जा रहा है।
उमा खापरे ने उठाया मुद्दा
विधान परिषद सदस्य उमा खापरे ने मुंबई में एक स्कूली छात्रा के यौन उत्पीड़न के मामले में सदन का ध्यान आकर्षित किया। इस सवाल का जवाब देते हुए फडणवीस ने कहा कि स्कूल में हुई यह घटना चिंताजनक है। इस घटना की जांच चल रही है और इस तरह के अनाचार को रोकना जरूरी है। इसके लिए राज्य सरकार प्रयास कर रही है। साइबर अपराधों से संबंधित प्राप्त शिकायतों की तकनीकी जांच के लिए प्रदेश के प्रत्येक थाने में साइबर प्रयोगशाला स्थापित की गई है।
सोशल मीडिया पर यौन शोषण से संबंधित वीडियो हटाने के लिए कार्रवाई
फडणवीस ने आगे कहा कि सोशल मीडिया और वेबसाइटों से यौन शोषण से संबंधित वीडियो और अन्य टेक्स्ट को हटाने के लिए कार्रवाई की जा रही है। राज्य इंटरनेट पर सामग्री और वेबसाइटों पर प्रतिबंध लगाने की प्रक्रिया जारी है। साइबर अपराध पर एक खुफिया विभाग परियोजना प्रस्तावित है। इसके जरिए साइबर क्राइम को रोका जा सकता है।