महावितरण के अधिकारी व कर्मचारी 3 जनवरी की आधी रात से हड़ताल पर चले जाएंगे। इन कर्मचारियों ने निजीकरण के खिलाफ हड़ताल का आह्वान किया है। महावितरण की 30 कर्मचारी यूनियनों ने आरोप लगाया है कि अडानी समूह को बिजली वितरण लाइसेंस देने की कवायद चल रही है।
महावितरण के कर्मचारी आक्रामक
महाराष्ट्र के किसी भी हिस्से में तकनीकी खराबी आने पर 72 घंटे यानी कुल 3 दिन की राज्यव्यापी हड़ताल से बड़ी परेशानी होने की संभावना है। महावितरण के कर्मचारी 3 जनवरी 2023 की आधी रात से हड़ताल पर चले जाएंगे। महावितरण के कर्मचारियों द्वारा तीन दिवसीय राज्यव्यापी हड़ताल का आह्वान किया गया है। महावितरण निजीकरण के खिलाफ कर्मचारी संघ आक्रामक हो गए हैं।
30 कर्मचारी संघ का समर्थन
अडानी कंपनी ने बिजली वितरण की अनुमति मांगी है। सरकार भी इसके लिए सकारात्मक है, इसलिए शिंदे सरकार द्वारा अडानी ग्रुप को बिजली वितरण लाइसेंस दिए जाने की भी संभावना है। इन हड़तालियों की मुख्य मांग है कि अडानी कंपनी को किसी भी स्थिति में बिजली वितरण का लाइसेंस नहीं दिया जाना चाहिए। इसी निजीकरण के खिलाफ यह आंदोलन किया जा रहा है। इस हड़ताल में राज्य के करीब 30 महावितरण कर्मचारी संघ शामिल होंगे।