प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार में सभी विभागों के साथ रेलवे भी नित नई ऊंचाई को प्राप्त कर रहा है। रेलवे द्वारा यात्री सुविधाओं में विस्तारीकरण के साथ राजस्व वृद्धि की दिशा में सार्थक प्रयास किए जा रहे हैं। पूर्व मध्य रेल द्वारा कीर्तिमान स्थापित करते हुए चालू वित्त वर्ष 2022-23 के पांच जनवरी तक यात्री यातायात, माल ढुलाई आदि से प्राप्त होने वाला राजस्व रिकॉर्ड वृद्धि के साथ 20 हजार करोड़ को पार कर गया है। यह रेल राजस्व पूर्व मध्य रेल को अब तक के किसी भी वित्त वर्ष के समान अवधि में प्राप्त रेल राजस्व की तुलना में सर्वाधिक है।
माल लदान से की 17 हजार 700 करोड़ की कमाई
इस अवधि में माल लदान से करीब 17 हजार 700 करोड़ रूपए, जबकि कोचिंग आय के रूप में करीब 27 सौ करोड़ रूपए प्राप्त हुए हैं। बेगूसराय में स्थित बरौनी रिफाइनरी, हिन्दुस्तान उर्वरक एवं रसायन लिमिटेड (हर्ल) एवं राष्ट्रीय ताप विद्युत निगम (एनटीपीसी) इस राजस्व वृद्धि में बड़ा भागीदार साबित हो रहा है।
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चालू वित्त वर्ष में प्राप्त राजस्व सबसे अधिक
मुख्य जनसंपर्क अधिकारी वीरेन्द्र कुमार ने बताया कि पिछले वित्त वर्ष 2020-21 में पांच जनवरी तक पूर्व मध्य रेल को करीब 11 हजार 740 करोड़ रूपए का रेल राजस्व प्राप्त हुआ था। वहीं, वित्त वर्ष 2021-22 में इसी अवधि तक 16 हजार 900 करोड़ रूपए का राजस्व प्राप्त हुआ था, जबकि चालू वित्त वर्ष के पांच जनवरी तक करीब 20 हजार 400 करोड़ रूपए प्राप्त हुआ है। यह अब तक के किसी भी वर्ष में समान अवधि में प्राप्त रेल राजस्व से सबसे अधिक है।