उत्तर प्रदेश में महोबा में झांसी – मिर्जापुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर 9 जनवरी को सुबह-सुबह हुए भयानक हादसे में भैंसों से लदा एक कंटेनर सड़क किनारे मस्जिद की दीवार से टकराकर पलट गया। हादसे में कंटेनर का क्लीनर के साथ ही 40 भैंसों ने मौके पर ही दम तोड़ दिया।
जानकारी के अनुसार महोबा जिले के कुलपहाड़ कोतवाली के निकटवर्ती ग्राम सुगिरा में हाइवे पर सड़क किनारे बनी मस्जिद में 9 जनवरी को तड़के कंटेनर जा घुसा। भैंसों से भरा कंटेनर राठ की ओर जा रहा था। हादसे में 40 भैंसों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि पांच भैंसे बुरी तरह घायल हो गईं। केवल दो भैंसें सही सलामत बची हैं।
क्लीनर की मौके पर मौत
कंटेनर के पलटने से मौके पर ही क्लीनर की मौत हो गई। ग्रामीणों की सूचना पर पहुंची स्थानीय पुलिस ने दो घायलों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भेजा जहां से उन्हें महोबा रेफर कर दिया गया। हादसे की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचे उप जिलाधिकारी और पुलिस क्षेत्राधिकारी की देखरेख में सुबह 5:00 बजे से दोपहर 12:00 बजे तक रेस्क्यू आपरेशन चलता रहा। मौके पर ग्रामीणों आपदा मित्रों और पुलिस बल के जवानों ने तीन जेसीबी की मशीनों की सहायता से भैंसों को कंटेनर से निकाला। वहीं कंटेनर में फंसे हुए शव को गैस कटर की मदद से काटकर बमुश्किल निकाला जा सका।
इस तरह हुआ हादसा
भैंसों को ले जा रहा कंटेनर तड़के 5:00 बजे कुलपहाड़ कोतवाली के सुगिरा गांव में घुमावदार मोड़ पर सड़क किनारे बनी मस्जिद में जा घुसा जिससे मस्जिद का गेट उसकी बाउंड्री और बगल में बने दीपक कुशवाहा का मकान और माधव गुप्ता की दुकान टूट गई। टक्कर इतनी जोरदार थी कि धमाके की आवाज दूर तक सुनाई दी। जिसे सुनकर ग्रामीण एकत्र हो गए और उन्होंने डायल 112 पर सूचना दी। मौके पर पहुंची डायल 112 के जवान स्थानीय पुलिस क्षेत्राधिकारी सुरेश चंद्र ने दो घायलों को एंबुलेंस से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कुलपहाड़ भिजवाया जिसमें एक शहजाद पुत्र शेरखान उम्र 29 वर्ष निवासी दमोह जिला सागर मध्य प्रदेश है जबकि दूसरा व्यक्ति मौके पर ही बेहोश हो गया था। दोनों को महोबा जिला हॉस्पिटल रेफर कर दिया गया जबकि एक व्यक्ति ट्रक के केबिन में बुरी तरह फंस गया जिससे उसकी दर्दनाक मौत हो गई । 7 घंटे चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद उसे निकाला गया जिसकी फिलहाल शिनाख्त नहीं हो सकी है।
काफी मशक्कत के बाद मरी भैसों को निकाला बाहर
मौके पर पहुंचे उप जिलाधिकारी कुलपहाड़ अरुण दीक्षित और पुलिस क्षेत्राधिकारी सुरेश चंद्र ने तीन जेसीबी की मदद से लगातार 7 घंटे रेस्क्यू ऑपरेशन अपने निर्देशन में चलवाया और घायल भैंसों को निकालकर सुरक्षित स्थान पर भेजा गया। घटना में 40 भैंसों की मौके पर ही मौत हो गई जिनका पशुधन विभाग के डॉक्टरों द्वारा पोस्टमार्टम किया गया। रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान आपदा मित्र पुलिस के जवान और ग्रामीणों ने लगातार मशक्कत कर मृत भैंसों को बाहर निकाला।