भारत की उत्तरी सीमा को लेकर सेना प्रमुख ने बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि, चीन के साथ लगी सीमा पर परिस्थिति नियंत्रण में है, परंतु, अप्रत्याशित है।
थल सेना दिवस पर आयोजित प्रेस वार्ता में सेना प्रमुख मनोज पाण्डे ने बताया कि, भारत ने चीन की सेना के सामने सात मूल विषयों में से पांच को रखा था। सीमा की स्थिति भले ही नियंत्रण में है लेकिन अप्रत्याशित है। जिन पांच विषयों को चर्चा के लिए प्रस्तुत किया गया था, उसका निराकरण करने में हम सफल रहे हैं। यह इसलिए भी संभव हो पाया क्योंकि हमारी तैयारी बहुत ही उच्च स्तर की थी और आपात स्थिति के लिए पर्याप्त संसाधन थे।
रहना होगा सजग
जनरल मनोज पाण्डे ने कहा कि, पाकिस्तान से लगी सीमा पर संघर्ष विराम है, लेकिन पड़ोसी द्वारा आतंक को बढ़ावा देनेवाले संसाधन और आतंकी समूहों को समर्थन देने का क्रम चल ही रहा है। ऐसी परिस्थिति में हमें लगातार सजग रहना होगा। सेना प्रमुख ने यह भी कहा कि, उत्तर पूर्व के राज्यों के अधिकांश हिस्से में शांति बहाली हो चुकी है।
सेना दिवस का इस वर्ष विशेष महत्व
अमृत महोत्सव वर्ष में सेना दिवस का विशेष महत्व है। जनरल मनोज पाण्डे ने कहा कि, राष्ट्र की सुरक्षा को लेकर भविष्य की योजनाओं की दिशा में हम आगे बढ़ रहे हैं। इसलिए, हम सेना को उन्नत करने का कार्य कर रहे हैं।
महिला अधिकारियों की नियुक्ति शीघ्र
थल सेना की आर्टिलरी डिवीजन में महिला अधिकारियों की तैनाती शीघ्र ही की जाएगी। इस संदर्भ में एक प्रस्ताव सरकार के पास अनुमति के लिए भेजा गया है।
इसके अलावा सेना में मार्शल आर्ट्स को स्थान दिया गया है, जिससे युद्ध की स्थिति में सहायता मिलेगी। वर्तमान मार्शल आर्ट्स विभिन्न तकनीकों का मिश्रण है। चीन का नाम लिये बिना सेना प्रमुख ने कहा है कि, वास्तविक नियंत्रण रेखा को बदलने के किसी भी प्रयास को विफल करने के लिए हमारे पास पूरी क्षमता है। सीमा पर तैनात जवान इसके लिये तत्पर हैं।
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